बता दें की स्पेशल कोर्ट के जज पवन कुमार तिवारी के बड़े भाई और भदोही के भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामलों में जमानत कराने के लिए स्पेशल कोर्ट में हाजिर हुए।इससे पहले उनके हाजिर ना होने पर कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था।
कोर्ट में भाजपा विधायक को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर कठघरे में खड़ा कर दिया गया। मामले की सुनवाई शुरू हुई विधायक जब सरेंडर करने कोर्ट के सामने पहुंचे तो स्पेशल कोर्ट के जज ने उनके साथ वही व्यवहार किया जो अन्य माननीय के साथ किया करते हैं।
विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी को अभियुक्तों वाले कटघरे में उन्हें खड़ा होने का आदेश सुनाया ।रविंद्र नाथ त्रिपाठी ने इसे सहज भाव से स्वीकार भी किया।कटघरे में खड़े हुए कोर्ट ने जमानती अपराध होने पर जमानत अर्जी मंजूर कर ली और 20 ,20 हजार की दो जमानत मुचलका दाखिल करने पर जमानत दी।
बता दें कि मामला भदोही थाने का है।जहां भाजपा विधायक पर यह आरोप था कि 18 फरवरी 2017 को बिना अनुमति के मोड ग्राम सभा में लाउडस्पीकर लगाकर जनसभा को भाषण दे रहे थे।सभा के दौरान रास्ता जाम हो गया था क्षेत्र में धारा 144 लागू लागू थी।जिसका उल्लंघन हुआ एक अन्य मामला भदोही की चेरी थाने का है।आरोप है कि 19 फरवरी 2017 को विकास सिंह ने भाजपा प्रत्याशी रविंद्र नाथ त्रिपाठी को घर बुलाकर बिना अनुमति के भाषण कराया था। यह दोनों मामले पुलिस में पुलिस के संज्ञान में आए और मामला दर्ज हुआ था।