प्रयागराज

संगम की रेती पर पंहुचें लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के प्रोफ़ेसर ,जुटा रहे आस्था की जानकारियां

योग गुरु आनंद गिरी महराज ने बताई प्रयाग की महिमा

प्रयागराजJan 14, 2020 / 12:19 pm

प्रसून पांडे

संगम की रेती पर पंहुचें लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के प्रोफ़ेसर ,जुटा रहे आस्था की जानकारियां

प्रयागराज | संगम की रेती पर लगने वाला विश्व प्रसिद्ध माघ मेला जो दुनिया भर के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। जिसकी महत्ता और मान्यता को समझने जानने के लिए इस समय प्रयागराज में लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के तीन प्रोफेसरों की टीम पहुंची है।लंदन से आई इस टीम ने गंगा दर्शन किया संगम क्षेत्र का भ्रमण किया लेटे हुए प्रसिद्ध हनुमान जी मंदिर का दर्शन कर मंदिर के महंत और माघ मेला क्षेत्र के तीर्थ पुरोहितों और कल्प वासियों और संतों से कुंभ की स्थिति की जानकारी ली।


माघ मेले में लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के डिपार्टमेंट ऑफ सोशल पॉलिसी के प्रोफेसर लूसियानो आंद्रे नक्सी डॉक्टर इफेई यान माईकल बर्जेयल पहुंचे हैं।मेला अधिकारी रजनीश मिश्र ने उन्हें प्रयागराज में लगने वाले कुंभ- अर्धकुंभ और माघ मेले के बारे में जानकारियां दी। इसकी तैयारी कैसे होती है और कैसे यह काम किया जाता है।इसका पूरा ब्यौरा उन्हें बताया इसके बाद टीम ने निरीक्षण किया। बाद में हनुमान मंदिर के छोटे महंत योग गुरु स्वामी आनंद गिरी से भारतीय सभ्यता संस्कृति और योग के महत्ता का बखान स्वामी आनंद गिरी ने प्रयाग की। योग गुरु आनंद गिरी दुनिया भर में योग की शिक्षा दे रहे है। उन्महोंने बताया की तीर्थराज प्रयाग का विश्व के मानचित्र पर अहम स्थान है।

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उन्होंने बताया कि प्रयागराज न केवल भौगोलिक बल्कि सामाजिक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की धरोहर स्थली है । सनातन धर्म के अनुसार तो सृष्टि का उद्भव और विलय भी इसी स्थान से है स्वामी आनंद गिरी ने बताया कि आज दुनियाभर में प्रसिद्ध है भारत की है। पुरातन काल योग हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन कुछ वर्ष पहले तक लोग न तो उपयोग कर रहे थे और ना इसका लाभ जानते थे । लेकिन थोड़े ही समय में यहां के लोगों ने योगी जागरूकता से दुनिया भर को भारत से जोड़ दिया है।

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