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प्रयागराज

UP board exam :यूपी बोर्ड की परीक्षा में एसटीएफ रोकेगी नकल, प्रदेश के ये 50 जिले बोर्ड की रडार पर

पेपर आउट करने वालों पर एसटीएफ रखेगी नजर

प्रयागराजJan 09, 2018 / 05:55 pm

arun ranjan

 duplication in UP board exam

यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल

इलाहाबाद. यूपी बोर्ड ने फरवरी से प्रारंभ हो रही बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए कमर कस ली है। प्रदेश के 50 संवेदनशील जिले यूपी बोर्ड की रडार पर हैं। इन जिलों में नकलमाफियों पर नजर रखने के लिए एसटीएफ तक की मदद ली जाएगी। साथ ही बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए भी खास रणनीति बनायी है।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 6 फरवरी से प्रारंभ हो रही है। शासन के निर्देश पर यूपी बोर्ड ने नकलमाफियाओं पर नकेल कसने के लिए प्रदेश में 50 संवेदनशील जिलों को चिन्हित किया है। ये 50 ऐसे जिले हैं जहां सर्वाधिक नकल प्रकरण के मामले सामने आए हैं। यहां पेपर आउट होने से लेकर काॅपियों को बाहर लिखने तक के मामले सामने आ चुके हैं।

इसे ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड ने पुलिस प्रशासन को भी नकलवीहिन परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सौंपी हैं। इसके अलावा कक्षा 10वीं और 12वीं के पेपर आउट ना हों। इसके लिए यूपी बोर्ड एसटीएफ से सहयोग लेने की योजना बना रही है। एसटीएफ के सहयोग को लेकर यूपी बोर्ड सचिव नीनी श्रीवास्तव ने उच्चाधिकारियों से वीडियो काॅफ्रंेसिंग के माध्यम से वार्ता की है।

ऐसे मंे जल्द ही बोर्ड परीक्षा को नकलवीहिन कराने के लिए एसटीएफ को उतारा जा सकता है। इसके अलावा नकल रोकने के लिए सभी परीक्षा केंद्रो पर सीसीटीवी कैमरे जल्द से जल्द लगाने के निर्देश जारी किया गया है। साथ ही परीक्षा के दौरान स्कूल के प्रबंधक सहित उससे जुड़े अन्य किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा।

संवेदनशील 50 जिलों में भेजी जा रही कोडेड काॅपियाॅ

यूपी बोर्ड ने इस बार प्रदेश में 50 जिलों के परीक्षा केंद्रो को अधिक नकल के दृष्टिकोण से संवेदनशील घोषित किया है। इन जिलों में यूपी बोर्ड की काॅपियां बाहर लिखवाने, सादी काॅपी की हेराफारी सहित अन्य तरह से नकल कराने संबंधित शिकायते मिलती रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड ने संवेदनशील जिलों के सभी परीक्षा केंद्रों पर कोडेड काॅपिया भेजी है। ताकि उत्तरपुस्तिकाओं की हेराफेरी या उसका अनुचित प्रयोग ना हो सके। पिछले साल बोर्ड ने 31 संवेदनशील जिलों में कोडेड काॅपियां भेजी थी।

इन 50 जिलों में नकल माफियाओं पर नजर

यूपी बोर्ड ने प्रदेश में 50 जिलों को नकल के गंभीर मामले को देखते हुए संवेदनशील घोषित किया है। इसमें इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, जौनपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, एटा , मैनपुरी, फिरोजाबाद, कासगंज, शाहजहांपुर, बदायू, मुरादाबाद, मऊ, आजमगढ़, आगरा , मथुरा, हाथरस , देवरिया, बलिया, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, मेरठ, बाराबंकी, गोंडा, उन्नाव, फैजाबाद, बहराइच, बस्ती, अंबेडकर नगर, जालौन, बांदा, महाराजगंज, फतेहपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, सुल्तानपुर, भदोही, इटावा, औरैया, हरदोई, संत कबीरनगर, बरेली, जेपी नगर, बिजनौर और संभल शामिल हैं। इन जिलों के सभी परीक्षा केंद्रो पर कोडेड काॅपियाॅ भेजी जा रही हैं।

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