पुणे की चार सीटों में से बारामती, मावल, शिरूर तीन सीट पर पहले से ही एनसीपी का कब्जा है। पुणे के अलावा कांग्रेस के पास कोई भी मतदार संघ नहीं है, वहीं कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि मावल और शिरूर में कांग्रेस कुछ कर नहीं पाएगी।
सतीश चव्हाण को मैदान में उतारने की तैयारी…
औरंगाबाद भले ही कांग्रेस के पास हो, मगर 1998 को छोड़कर कांग्रेस कभी भी यहां से नहीं जीत पाई है। वहीं 1999 के बाद हर चुनाव में कांग्रेस को हार का ही सामना करना है। कांग्रेस के पास कोई प्रबल नेता न होने के कारण राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अपने विधायक सतीश चव्हाण को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। अहमदनगर भले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस के पास हो, मगर वहां के विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटील के लड़के सुजय पाटील ने चुनाव लड़ने का मन बना लिया है।
कांग्रेस नही छोड़ेगी यवतमाल सीट…
उल्लेखनीय है कि विखे पाटील और पवार की पुरानी तनातनी के चलते राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी इतनी सहजता से यह सीट छोड़ेने वाली नहीं है, वैसे भी अहमदनगर में राष्ट्रवादी कांग्रेस के पास कोई दमदार उम्मीदवार नहीं है। पुणे और औरंगाबाद के बदले अहमदनगर की सीट की अदला-बदली के लिए कांग्रेस का प्रयत्न जारी है। यवतमाल पर भले ही राष्ट्रवादी दावा कर रही हो, लेकिन वहां से कांग्रेस के नेता मानिकराव ठाकरे ने दौरे शुरू करके अपनी दावेदारी पेश कर दी है। कुछ जगहों को छोड़कर जहां राष्ट्रवादी का ज्यादा प्रभाव नहीं है, इसी वजह से यवतमाल की सीट कांग्रेस छोड़ने को तैयार नहीं है। सीटों की अदला-बदली की प्रक्रिया अंतिम चरण में है यह बात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने बताई।
जल्द होगा अंतिम निर्णय…
सीटों के हेर-फेर की चर्चा अंतिम चरण में चल रही है। कुछ मतदार संघों की अदला-बदली पर अभी भी विचार हो रहा है। इन पर अंतिम निर्णय लेना बाकी है और जल्द ही इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
– अशोक चव्हाण, कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्ष