scriptजर्मनी के कपल की रायबरेली में शादी, खुद के बच्चे ही बने गवाह | Germany couple wedding in Raebarli | Patrika News
रायबरेली

जर्मनी के कपल की रायबरेली में शादी, खुद के बच्चे ही बने गवाह

जर्मनी के कपल की रायबरेली में शादी, खुद के बच्चे ही बने गवाह

रायबरेलीAug 27, 2017 / 05:05 pm

Ruchi Sharma

wedding

wedding

रायबरेली. ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा’ इससे खूबसूरत मुल्क कोई और नहीं। नदियां फूल पहाड़ और पुरातन धरोहरों को देखने आने वाले पर्यटक भी यहां की संस्कृति में ऐसे खो जाते है, मानो उन पर कोई जादू हो गया हो।
ऐसी ही एक नई कहानी रायबरेली के अमांवा ब्लाक के मुराई का पुरवा गांव में जन्म लेगी। यहां जर्मनी के दुल्हे राजा को वहीं की दुल्हनियां जयमाला पहनाएगी। मंडप विशुद्ध रूप से भारतीय छाप वाला होगा। हिंदू रीति रिवाज से पंडितजी सात फेरे दिलाकर विवाह संपन्न कराएंगे। दावत में करीब दो सौ लोग विभिन्न पकवान चकेंगे । तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, आज शुभ लग्न में दोनों का विवाह कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा।
करीब 55 वर्ष के डबल्यू लेंजर वाल्प लांग और 45 साल की एंड्रिया वाल्प लांग पहले से ही शादीशुदा है । शादी के प्रमुख गवाह उनके दो पुत्र डेविड और ओलिवर के साथ सही 14 साल की छोटी बेटी एल्विन भी होगी।
इसलिये चर्चा में है मुराई का पुरवा

शहर से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित अमावां ब्लाक इस वक्त चर्चा में है। यहां के पूरे मुराई का पुरवा गांव में बुधवार को महराजदीन मौर्य के दरवाजे पर जर्मनी के दुल्हा-दुल्हन हिंदू रीति-रिवाज से विवाह करेंगे । डबल्यू लंजर वाल्प लांग का पूरा परिवार शहर के एक निजी होटल में ठहरा है। जबकि शादी की सारी तैयारियां दस किलोमीटर दूर गांव में जारी हैं बुधवार को मेंहदी की रस्म में करीब 50 लोगों को खाने-पीने के लिये चायनीज व्यंजन परोसे गए।

दिल्ली में हुआ महराजदीन से परिचय

डबल्यू लेंजर अपने परिवार समेत करीब 18 वर्ष पहले दिल्ली घूमने आए थें। इसी दौरान उनकी पहचान रायबरेली के अमांवा ब्लांक के पूरे मुराई का पुरवा के सनिवासी रामकेवल मौर्य से हुई। रामकेवल वर्ष 1995 में काम की तलाश में दिल्ली गए थें । वहां वे ड्राइवरी करने लगें। उसी दौरान वर्ष 1999 में डब्ल्यू लेंजर से उनकी मुलाकात हुई। यहीं से जर्मन परिवार का मन हिंदुस्तानी संस्कृति में रचने बसने लगा। पकवान बनाने की पूरी जिम्मेदारी निभाने के लिए दिल्ली से खानसामा बुलाया गया है। आज लग्न समय के अनुसार सात फेरे और जयमाल की विधि होगी।
लोगों को भारतीय कल्चर इतना पसंद आने लगा की अब वह फॉरेन से आकार इंडिया में शादी करने लगे है, एक ऐसा ही मामला रायबरेली जिले के मिलएरिया थाना क्षेत्र के पूरे मुराईन मजरे अमावां में उस समय देखने को मिल रहा है।
गाइड की माने तो उसे भारतीय संस्कृति पसंद है, इसलिए वह यहां अपने फ्रैंड के साथ शादी करने आया है। यह का भोजन, मंदिर आदि उसे बहुत पसंद है। वही विदेशी जोड़े के गाइड्स की माने तो यह जोड़ा बीते 15 सालों से बराबर इंडिया आता है और उससे फ्रैंडशिप हो गई है। यही नहीं उसी की गाड़ियों से इंडिया में टूर भी करता है। जिसे ही इन लोगों ने इंडिया में शादी की इच्छा जाहिर की तो मैंने अपने गांव इन लोगों को लाया और शादी की पूरी तैयारियां शुरू कर दी है, बृहस्पतिवार को इन लोगों की शादी है। बुधवार को मेंहदी का कार्यक्रम रखा गया था।
विदेशी जोड़े की शादी रायबरेली में होने से ग्रामीणों में उत्साह है। यहीं नहीं दूर-दूर से लोग इन विदेशियों को देखने आ रहे है। ग्रामीणों की माने तो उन लोगों ने इन विदेशी जोड़ो की शादियों की तैयारी पूरी कर ली है। और उन लोगों में बहुत उत्साह है।

आप को बता दें की इस विदेशी जोड़े ने शादी में खाने को लेकर दिल्ली से कैटर्स बुलवाये है । कैटर्स की माने तो वह दिल्ली से आया है और आये हुए विदेशियों ने उसे खाना बनाने के लिए बुलवाया है।

Home / Raebareli / जर्मनी के कपल की रायबरेली में शादी, खुद के बच्चे ही बने गवाह

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो