महिला पुलिस के सहयोग से मिला फिर से जीवन जीने का एक सहारा जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के कई वर्षों से चल रहे पति-पत्नी के विवादों को महिला थानेदार उमा अग्रवाल ने सुला समझौता करवा दिया और थाने से 8 जोड़ो को हँसी-खुशी अपने-अपने घर भेज दिया गया। कई वर्षों से अपने दंपति जीवन से अलग रह रहे थे। सभी का सुलह-समझौता करवाकर एक दूसरे को माला पहनाकर घर के लिए विदाई कर दी, वही महिला एसएचओ उमा अग्रवाल ने बताया कि हर बृहस्पतिवार को परिवार परामर्श लगया जाता है। पति-पत्नी के आपसी विवाद जो थाने आते है उन सभी को समझाबुझा कर आपसी समझौता करवा दिया था। आज परिवार परामर्श में कुल 25 लोगो की सुनवाई की गई है जिसमे 8 लोगो का सुलह करवाकर घर भेजा गया और आगे भविष्य में हँसी-खुशी रहने का वादा लिया गया।
रायबरेली के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार का दिखाई पड़ रहा है महिला सशक्तिकरण में सहयोग करने का असर रायबरेली एसपी श्लोक कुमार के सहयोग से महिला सशक्तिकरण का जगह-जगह प्रचार और प्रसार और लोगों की समस्याओं को समझाने के लिए उन्होंने सभी जिले की महिला पुलिस कर्मियों एवं पुरुष पुलिसकर्मियों को भी एक बार जरूर बताइ कि महिलाओं की किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो उसको सुलझाने की जरूर कोशिश करें। क्योंकि देश में और समाज में महिलाओं का जो योगदान है वह बड़ा महत्वपूर्ण है। फिर चाहे घर हो या बाहर सभी जगह महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। इसलिए उनकी समस्याओं पर ध्यान जरूर देना चाहिए। इसी को जिले की सभी महिला पुलिसकर्मियों ने ऐसे आपसी परिवारिक एवं पति पत्नी के झगड़े और महिलाओं और लड़कियों की समस्याओं को लगातार सुलझाने की कोशिश कर रही हैं। इस मामले पर समाज और जिले के सभी लोग महिला पुलिस और जिले के पुलिस कप्तान का धन्यवाद भी करते नजर आ रहे हैं।