गंगागंज से रूपामऊ तक हुए दोहरीकरण और विद्युतीकरण का भी निरीक्षण किया। गंगागंज से रूपामऊ तक दोहरीकरण व विद्युतीकरण का किया गया निरीक्षण मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने निरीक्षण करते समय यहां पर मौजूद अधिकारियों कर्मचारियों से रेलवे के हो रहे दोहरीकरण के विषय में भी जानकारी की रसिया रस के प्रश्नों का जवाब भी कोई नहीं दे सका। इस मामले पर उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई। गंगागंज और डिडौली के बीच उन्हें कई तकनीकी खामियां देखने को मिली। उतरेटिया से अमेठी तक 125 किमी रेललाइन का दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद उसका तकनीकी निरीक्षण किया गया। उतरेठिया से रायबरेली के बीच वर्ष 2011-12 से काम शुरू हुआ। जबकि रायबरेली से अमेठी के मध्य की काम कराने की मंजूरी वर्ष 2013-14 में मिली थी। गंगागंज से लेकर रूपामऊ के बीच 16.9 किमी रेलखंड ही शेष बचा था। यह कार्य भी हाल ही में रेल विकास निगम लिमिटेड ने पूरा कराया।
सीआरएस एसके पाठक ने गंगागंज से लेकर रूपामऊ तक ट्राली से किया दौरा सीआरएस एसके पाठक विशेष ट्रेन से पहुंचे। पहले गंगागंज से लेकर रूपामऊ तक ट्राली से दौरा किया। इस दौरान हर एक क्रासिंग रेलवेब्रिज के साथ अन्य तकनीकी बिंदुओं के बारे में गहनता से जांच की। देर रात्रि आठ बजे तक निरीक्षण का काम चला। इसके बाद वो लखनऊ के लिए वापस हुए। सीआरएस ने रेलवे स्टेशन पर चल रहे यार्ड रिमाडलिंग के कार्य को देखा।