ऊंचाहार एनटीपीसी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारी पीडी सिनवाल, यूपी इलेक्ट्रीसिटी बॉयलर एस चक्रवर्ती, महाराष्ट्र के डायरेक्टर बायलर स्टीम धवल, प्रकाश अंतापुर की अगुवाई में 4 सदस्य टीम सोमवार दोपहर बाद के बाद यहां पहुंची और 500 मेगावाट की छठवीं दुर्घटनाग्रस्त की पड़ताल की। यह यूनिट एक नवंबर से सीआईएसएफ के घेरे में है। इसके अंदर सिर्फ जांच टीम को ही जाने की इजाजत है। टीम के सदस्यों ने बॉयलर, हॉपर, टरबाइन समेत जांच की, बल्कि फोटोग्राफ भी लिए। टीम करीब 4 घंटे तक यूनिट को खंगालती रही। यह जानने का प्रयास करती रही कि आखिर बॉयलर फटा क्यों। आखिर कौन सी वजह रही, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया।
यूनिट 6 की पड़ताल के दौरान टीम के सदस्यों ने स्थानीय कुछ जिम्मेदार अधिकारियों से बात की । यूनिट के बनने और उस में किन किन कंपनियों ने कब कब काम किया और यूनिट नंबर छह में कौन सा उपकरण स्थापित किया । उपकरणों के स्थापना के दौरान उनकी पूरी तरह से जांच की गई या नहीं। किस उपकरण को किसके कहने पर ओके किया गया ।इन सब बिंदुओं पर जानकारी के बाद टीम वापस लौट गई। एनटीपीसी सूत्रों का कहना है कि कुछ बचे हुए बिंदुओं पर जांच करने के लिए टीम आई थी।एनटीपीसी के पीआरओ ए के श्रीवास्तव का कहना है कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की विशेषज्ञ टीम सोमवार दोपहर बाद को आई थी जांच के बाद टीम दिल्ली लौट गई।