रायबरेली

किसानों ने गिनाई समस्याएं, कहा- अब किसान का बेटा नहीं बनना चाहता किसान

स्थित कुछ ऐसी ही कि कुछ किसान अब किसानी छोड़ने का मन बना रहे हैं, हालांकि पेट पालने का संकट उन्हें ऐसा करने से रोक रहा है।

रायबरेलीSep 30, 2020 / 06:52 pm

Abhishek Gupta

Farmers

रायबरेली. किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं। मौसम, खाद्य, बीज, सिंचाई जैसी समस्याओं के साथ-साथ केन्द्र और प्रदेश की सरकार के नये-नये नियमों से किसान परेशान हैं। स्थित कुछ ऐसी ही कि कुछ किसान अब किसानी छोड़ने का मन बना रहे हैं, हालांकि पेट पालने का संकट उन्हें ऐसा करने से रोक रहा है।
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लालगंज के एक गांव के रहने वाले किसान संदीप यादव ने बताया किसान बीज खरीदकर लाता है और उसे खेत में बोता है, लेकिन जानवर और मौसम की मार से के कारण उसे काफी नुकसान हो जाता है। साथ ही किसानों को बैकों से कोई सुविधा नहीं मिलती है। कर्ज लेने के लिए इतने कागजी झमेले हैं कि वो भी नहीं मिल पाता है। खेतों में अभी हाल ही में पानी गिरा था, तो गन्ना और धान की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गई है।
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शैलेन्द्र बहादुर यादव का कहना है कि किसानों की हालत बहुत ही बदत्तर है। अधिकारी का बेटा अधिकारी बन रहा है मास्टर का बेटा मास्टर, लेकिन किसान का बेटा किसानी नहीं करना चाहता है। सरकारें केवल कॉरपोरेट घरानों को फायदा दे रही है। लघु किसानों को किसी भी प्रकार से कोई फायदा नहीं मिल रहा है। किसान क्रेड्रिट कार्ड मिल तो जाता है, लेकिन बैंकों में उसका फायदा मिलने के लिये काफी चक्कर लगाने पड़ते हैं। मौसम की मार से भी किसान बरबाद हो जाता है, तो सरकार उसको अच्छा मुआवजा नहीं देती है।
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