विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत भीतरगांव में 1 वर्ष पूर्व पानी टंकी का निर्माण हुआ था । इसके जरिए ग्राम पंचायत के एक दर्जन मजरो के लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य था। भीतर गांव के मजरा सैनी , जिसकी दूरी 4 किलोमीटर है, इस पाइपलाइन को बिछाकर 1 वर्ष पूर्व पानी पहुंचाया गया था। वहीं भीतर गांव व सैनी के मध्य बसहा नाले पर पुल का निर्माण हुआ तो पाइप लाइन का कनेक्शन टूट गया। पुल निर्माण होने के 8 महीने बीत रहे हैं लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते पाइपलाइन अब तक नहीं जोड़ी जा सकी है। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी पाइप लाइन न जोड़ने से लगभग 1हजार आबादी को साफ पेयजल नसीब नहीं हो रहा है ।
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से शीघ्र पाइपलाइन जुड़वा कर पेयजल आपूर्ति बहाल कराए जाने की मांग की, जिससे आम ग्राम वासियों को पानी की सुविधा बहाल हो सके। सलोन में किसानों को नही मिल रहा नहरो में पानी
सलोन में लगभग 1 महीने से ज्यादा हो गया लेकिन नहरों में पानी ना आने से किसानों के खेत सूख रहे हैं। क्षेत्र के किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए अब नहर के पानी की इंतजार इंतजार है । प्रदेश में आलू की खेती व पैदावार में अपनी पहचान बनाने वाले सलोन क्षेत्र में किसानों को अपनी फसल को बचाने के लिए नहरों व माइनरों में पानी आने इंतजार करना पड़ रहा है।
किसानों को अब रवि की फसल के लिए सूखी नहरें किसी मुसीबत से कम नहीं दिखाई पड़ रही है। पिछले वर्ष भी क्षेत्र में आलू की अच्छी पैदावार होने के बावजूद किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। किसानों की हितैषी होने का दम भरनेवाली सरकार के नुमाइंदे भी अपने कार्यालय में बैठकर कागजों पर किसानों की मदद करते दिखाई पड़ रहे हैं । क्षेत्र के उसरी माइनर, रिमाइंडर सिधियापुर माइनर, राजापुर माइनर , सूची माइनर, आदि में पानी ना आने से किसान मायूस हो गए हैं। क्षेत्र के किसानो में काफी आक्रोस भी दिखाई पड़ रहा है। उधर किसानों ने जिला प्रशासन से नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग की है साथ ही समाधान ना होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है।