जल्द ही उसका संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। इससे अब मरीजों को सिर की चोट लगने पर सिटी स्केन के लिए जयपुर रैफर नहीं किया जाएगा। इससे मरीज के साथ उसके परिजनों को भी राहत मिलेगी तथा गम्भीर दुर्घटना के बाद रैफर किए जाने से जयपुर पहुंचने के दौरान होने वाली मौत का ग्राफ भी कम हो जाएगा। जिला चिकित्सालय प्रशासन की ओर से जल्द ही सिटी मशीन की फिटिंग कराकर उसका उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार जिला चिकित्सालय में लम्बे समय से सिटी स्केन मशीन लगाए जाने की मांग की जा रही थी। इस पर गत बजट में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी 34 जिलों के जिला चिकित्सालयों में पीपीटी मोड पर एमआरआई व हिमोडायलेसिस मशीनें लगवाने की घोषणा की थी।
इसी प्रकार प्रदेश के 14 जिलों में पीपीटी मोड पर सिटी स्केन मशीन लगवाने की घोषणा की थी। इस पर गत दिसम्बर माह में सिटी स्केन व हिमोडायलेसिस मशीनों की निविदा जारी कर टेण्डर भरवाए गए थे। इस पर उदयपुर की कल्पना डायग्नोस्टिक को सिटी स्केन मशीन लगाने का ठेका दिया गया था। कम्पनी ने जिला चिकित्सालय में मशीन भी पहुंचा दी है। इससे अस्पताल प्रशासन में भी खुशी की लहर है।
ये मिलेगा लाभ जिला चिकित्सालय के फिजीशियन डॉ.आर.के. मीना ने बताया कि जिला अस्पताल में सिटी स्केन मशीन के चालू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। सिटी स्केन मशीन लगाने से मरीजों को ब्रेन इंजरी, ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन हेमरेज तथा सोनोग्राफी से पता नहीं पडऩे रोगों की जानकारी हो सकेगी।
नहीं चढऩी पड़ेगी सीढिय़ां अस्पताल में सिटी स्केन मशीन के आने के साथ ही अब मरीजों को मुख्य भवन के मेडिकल व सर्जीकल वार्ड में जाने के लिए सीढिय़ां भी नहीं चढऩी पड़ेगी। चिकित्सालय प्रशासन ने मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्य भवन के वार्डों में जाने के लिए भी लिफ्ट लगवाने का निर्णय किया है।
इसके लिए अस्पताल में लिफ्ट भी मंगवा ली गई है। जल्द ही उसे लगवाने का कार्य शुरू कराकर मरीजों को राहत पहुंचाई जाएगी। मिलेगा लाभ जिला अस्पताल में पीपीटी मोड पर सिटी स्केन मशीन आ चुकी है। जल्द ही इसका संचालन शुरू करा दिया जाएगा। इसी प्रकार वार्डों में जाने के लिए लिफ्ट भी लगवाई जा रही है। इससे मरीजों को राहत मिलेगी।
डॉ. महेश शर्मा, पीएमओ, दौसा