नाबालिग बच्चों को भी किया गिरफ्तार
एसपी ऑफिस पहुंची महिलाओं ने बताया कि जब नाबालिग बच्चों को पता चला कि उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ और अनाचार के प्रयास की घटना हुई तभी वे मोहल्लेवासियों के साथ आरोपी के घर गए थे। अगर उन बच्चों की जगह कोई भी होता तो वह जाता। जब महिलाओं से पूछा गया कि आखिर रात दस बजे के बाद आरोपी के घर क्यों गए तब उनका कहना था कि उस स्थिति में कोई भी समय नहीं देखता कि कितना बज रहा है। ऐसे में महिलाओं का कहना था कि कम से कम नाबालिग बच्चों को पुलिस बख्श देती।
क्या था मामला
जूटमिल क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की २३ जून की शाम अपने घर में अकेली थी। वहीं उसके माता-पिता अपने रिश्तेदार के यहां सोनूमुड़ा गए थे। इस दौरान छातामुड़ा निवासी नरेश पटेल जोकि पेशे से शिक्षक है वह नाबालिग को अकेला पाकर उसके घर में घुस गया और अनाचार करने की नीयत से उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। इस बीच नाबालिग ने शोर मचाया तो उसी समय नाबालिग के घर आ रहे उसके चचेरे भाई ने उसकी चीख सुनी और आरोपी की करतूत को भी देख लिया। घटना की सूचना मिलने पर देर रात करीब एक दर्जन महिला-पुरुष व नाबालिग बच्चे हथियार लेकर आरोपी के घर पहुंच गए और उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद से आरोपी फरार हो गया है। इस मामले में पुलिस ने पीडि़ता पक्ष की ओर से छेडख़ानी का मामला दर्ज किया तो आरोपी पक्ष की ओर से बलवा का मामला दर्ज करते हुए १० आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।