इस दौरान कार्यक्रम से पूर्व उनकी प्रेस वार्ता जिंदल रेस्ट हाउस में आयोजित की गई थी प्रेस वार्ता के दौरान कथक नर्तक प्रताप पवार का कहना था कि वैसे तो उन्होंने देश के विभिन्न स्थानों के अलावा विदेशों में भी कई जगह कार्यक्रम प्रस्तुत किया लेकिन देश के चक्रधर समारोह में कार्यक्रम देने की दिली इच्छा थी
Read more : यहां बिना मान्यता के ही हो रहा शिशु मंदिर का संचालन, शिक्षा विभाग है मौन इसके पीछे उन्होंने यह कारण भी बताया कि इस मंच पर ऐसे लोगों ने भी कार्यक्रम प्रस्तुत किया है जिनका वे बहुत सम्मान करते हैं वही जिन कलाकारों ने इस मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया है उनसे मुलाकात के दौरान यहां के कार्यक्रम की जानकारी मिलती थी इससे मन और उत्साहित होता था कि कब हुए इस मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे वही उन्होंने कहा कि पिछले 47 वर्षों से वे लंदन में रहते हैं साल में महज दो बार ही वह अपने वतन आते हैं
यह समय जनवरी और अगस्त का रहता है लेकिन जब उन्हें चक्रधर समारोह में परफारमेंस करने का आमंत्रण मिला तो वह इस बार सितंबर में भी हिंदुस्तान आए वह महज इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए।
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कत्थक में आने वाले नए कलाकारों को संदेश देते हुए कहा कि कथक के पारंपारिक डांस से छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए कथा के मूल स्वरूप बरही नित्य करना चाहिए वही कहा कि तालियां कथक का वरदान है अच्छा कत्थक होगा तो दर्शकों से भरपूर तालियां मिलेगी।
एक बार और आने की इच्छा
प्रेस वार्ता के दौरान कत्थक नाटक प्रताप पवार का कहना था कि चक्रधर समारोह में कई कलाकार होने की वजह से टाइम लिमिट रहती है ऐसे में उन्हे निर्धारित समय दिया गया है जो उनके परफारमेंस के लिहाज से काफी कम इस बात को लेकर वे दूसरी बार भी इसी मंच पर आने की इच्छा जताई।