इधर नहर में डूब गई कार
पुलिस ने बताया कि आरोपी अपनी गाड़ी को चलती हालत में छोड़ कर कूद गए थे। ऐसे में कार चलते-चलते नहर में जा घुसी जिसे जेसीबी के माध्यम से निकाला गया। वहीं कार की जांच की गई तो उसमें एक क्विंटल 75 किलो गांजा (Ganja) मिला। ऐसे में पुलिस ने कार और गांजा दोनों को जप्त कर लिया है।
नहीं तो ले जाते गांजा
मिली जानकारी के अनुसार फरार आरोपी को पुलिस ने काफी दूर तक दौड़ाया, लेकिन वह तेजी से नहर के किनारे-किनारे भागने लगा। पुलिस ने बताया कि नहर के किनारे पेड़ और झाड़ के जंगल भी लगे हैं, जिसकी वजह से आरोपी भागने में सफल हो गया। चूंकि घटना स्थल पर भी लोगों की भीड़ इक_ी हो गई थी, ऐसे में पुलिस आरोपी को दौड़ाने में लग जाती तो शायद ग्रामीण गांजा को ले जाने के लिए टूट पड़ते। ऐसे में पुलिस ने मौके की नजाकत को समझा आरोपी का ज्यादा दूर पीछा नहीं किया।
वाट्सप डीपी से हुई आरोपी की पहचान
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने अपना नाम अशोक उरांव पिता भोलाराम उरांव (30) निवासी बालको नगर कोरबा बताया। वहीं फरार आरोपी का नाम बबलू चंद्रा बमनीडीह जांजगीर-चांपा बताया। पुलिस ने आरोपी को बताया कि आरोपी बबूल गांजा (Ganja) बेचने का ही काम करता है। वे गांजा लेकर बबलू के घर ही जा रहे थे। पुलिस ने अशोक से बबलू का मोबाइल नंबर लेकर उसे सेव कर वाट्सप से उसकी डीपी निकाल कर अशोक को दिखाया तो उसने बताया कि यही बबलू है। ऐसे में पुलिस को आरोपी का हुलिया और पता दोनों मिल गया। इसके बाद सरिया पुलिस की एक टीम आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो चुकी है।
पुलिस को गुमराह करने बदला नंबर
पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने गाड़ी का नंबर बदल दिया था। पुलिस ने जब आरोपियों के कार की जांच की तो उसमें एक नंबर प्लेट मिला। जिससे पुलिस को शंका हुई। ऐसे में पुलिस ने गाड़ी में लगे नंबर प्लेट ओडी-33, डब्ल्यू 5189 की आरटीओ के साइट में जाकर जांच की तो वह ओडिशा के एक ऑटो का नंबर निकला। जबकि गाड़ी के अंदर मिले नंबर प्लेट सीजी11एमए8007 की जांच की गई तो वह आरोपियों के सुमो गाड़ी का नंबर निकला। जोकि चांपा के किसी राकेश साहू पिता रामचरण साहू के नाम पर है। ऐसे में गाड़ी मालिक राकेश साहू को भी पकडऩे के लिए पुलिस टीम रवाना की गई है। आरोपियों के इस नंबर बदलने की प्रक्रिया को देख पुलिस का मानना है कि आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए नंबर प्लेट बदला था। ताकि मुखबिर के बताए अनुसार नंबर की सूमो गाड़ी नहीं मिलने पर पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास नहीं करेगी।
दस हजार रुपए के लिए काटेगा सजा
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी अशोक उरांव ने बताया कि वह सिर्फ ड्राइवर है। गांजा (Ganja) से उसका कोई लेना-देना नहीं है। फरार आरोपी बबलू ही मुख्य आरोपी है वही अपने घर में गांजा (Ganja) की बिक्री करता है। तब पुलिस ने उससे पूछा कि तू क्यों उसके साथ गया था तब आरोपी ने बताया कि बबलू उसे पर ट्रिप के लिए दस हजार रुपए देता था। पैसे के चक्कर में ही वह कई बार बबलू के साथ ओडिशा से गांजा (Ganja) ला चुका है।
सोनपुर से लाते थे गांजा
पुलिस ने बताया कि आरोपी ओडिशा के सोनपुर से गांजा लेकर आते थे। इस बार भी आरोपी दो बार गांजा (Ganja) लेने गए थे, लेकिन पानी गिरने की वजह से वे गांजा नहीं ला पाए। तीसरी बार जब आरोपी गांजा (Ganja) लेकर आ रहे थे तो पुलिस को भनक लग गई और वे अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए।
लाइव देख रहे थे लोग
पुलिस की इस कार्रवाई को कंचनपुर से लेकर लाथ नहर तक लोग लाइव देख रहे थे, जैसे कोई फिल्म की शूटिंग चल रही हो। अधिकतर फिल्मों में ही ऐसे सीन देखने को मिलते हैं, लेकिन पुलिस की लाइव कार्रवाई को देख लोगों के होश उड़ गए। वहीं कई लोग सरिया पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना भी कर रहे थे।