शुक्रवार सुबह १० बजे बेलपहाड़ स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नागरिक मंच के बैनर तले रेल रोको आंदोलन शुरू किया। उनकी मांग थी कि रायगढ़-बिलासपुर और बिलासपुर रायगढ़ लोकल ट्रेन, जनशताब्दी एक्सप्रेस व गोंडवाना एक्सप्रेस को झारसुगड़ा से चलाया जाए साथ ही साथ इन ट्रेनों सहित साऊथ बिहार एक्सप्रेस का स्टॉपेज बेलपहाड़ में किया जाए। इन ट्रेनों का स्टापेज बेलपहाड़ में न होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आंदोलन की पहले ही दी गई थी सूचना
बेलपहाड़ में शुक्रवार को होने वाले आंदेालन की सूचना नगरिक मंच द्वारा पहले ही रेलवे जोन बिलासपुर को दे दी गई थी। इसके कारण विभाग द्वारा एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोकने की व्यवस्था की। इससे ट्रैक पर जाम लगने की स्थिति नहीं निर्मित हुई।
रेलवे ट्रेक पर उतरे आंदोलनकारी
आंदोलनकारियों ने पहले तो रेलवे ट्रेक पर पोस्टर बांध कर ट्रेनों का परिचालन बाधित किया, इसके बाद वह खुद पटरी पर उतर गए। आंदोलन के दौरान किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो सके इसे देखते हुए बिलासपुर जोन से भारी मात्रा में पुलिस बल बुलाकर तैनात किया गया था।
इन ट्रेनों को लेकर किया गया आंदोलन
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि बेलपहाड़ में लोगों द्वारा रायगढ़-बिलासपुर और बिलासपुर रायगढ़ लोकल ट्रेन सहित जनशताब्दी एक्सप्रेस व गोंडवाना एक्सप्रेस को झारसुगड़ा से चलाने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही उनकी मांग है कि इन सभी ट्रेनों सहित साऊथ बिहार एक्सप्रेस का स्टापेज बेलपहाड़ में दिया जाए। उनका कहना था कि साऊथ बिहार का स्टापेज नहीं होने से यात्रियों को झारसुगुड़ा जाना पड़ता है। इससे उन्हें काफी परेशानी होती है।
अलग-अलग स्टेशनों पर रोकी गई ट्रेने
आंदोलन के चलते कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। इस दौरान रेलवे विभाग ने दुरंतो एक्सप्रेस को चांपा रेलवे स्टेशन में चार घंटे, टिटलागढ़ पैसेजर डघोरा स्टेशन में लगभग तीन घंटे, साउथ बिहार एक्सप्रेस रायगढ़ में पौने दो घंटे, टाटा-इतवारी पैसेंजर किरोड़ीमल नगर स्टेशन में तीन घंटे, उत्कल एक्सप्रेस बिलासपुर लगभग चार घंटे रोकी गई। इसके साथ ही कोलकाता रूट से आने वाली ट्रेनों को चक्रधरपुर डिवीजन में ही रोक दिया गया था।