ग्रामीणों का कहना है कि एसकेएस (SKS) प्रबंधन पूर्व में ग्रामीणों के साथ प्रशासन की उपस्थिति में हुए समझौते का पालन नहीं कर रहा है। इसके अलवा कंपनी के उच्च अधिकारी आरके सिंह, व्हीआर पांडेय, अमोद पोडेय, ईडी एसके जैन, एवं संजय चौधरी द्वारा ग्राम के मुख्य मार्ग को काटकर जबरिया रेलवे लाईन डालना चाहते हैं इस कार्य के लिए ग्रामीणों की सहमति न होने के कारण ग्रामीणों को डराया धमकाया जा रहा है। विरोध करने पर दो गाडिय़ों में बाहरी तत्वों को भेजकर गाली गलौज कर मारपीट करने की धमकी दिया जा रहा है। कंपनी के इनोवा व एक स्कार्पियों में लगातार कंपनी के कुछ लोगों को भेजकर ग्रामीणों के बीच भय पैदा किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की रात्र करीब 12.30 बजे भी चार गाडिय़ों में कुछ लोग आए। गाड़ी नंबर को ढंका हुआ था और यह कह रहे थे कि जो भी रेलवे लाइन का विरोध करेगा उसे मारकर फेंक दिया जाएगा। जिससे ग्रामीणों में भय है साथ ही अप्रिय घटना की संभावना बढ़ते जा रही है। कंपनी के इस मनमानी को लेकर ग्रामीण काफी परेशान है जिसको लेकर ग्रामीणों ने सुरक्षा की मांग करते हुए कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है साथ कंपनी प्रबंधन के इस कार्य को लेकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
कर्मचारियों को भी कर रहे हैं प्रताडि़त
उक्त उद्योग में में काम करने वाले कर्मचारियों में लोकल ग्रामीण श्रमिक का काम करते हैं। जिन्हे रोज नए नए हथकंडे अपनाकर प्रताडि़त किया जा रहा है। कभी किसी को नौकरी से बाहर करना तो कभी कुछ और कारण से डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। इसको लेकर यहां काम करने वाले स्थानीय श्रमिक भी परेशान हैं।
समझौता के बाद भी कर रहे ऐसा
ग्रामीणों की माने तो पूर्व में भी इस प्रकार के विवाद की स्थिति थी जिसमें प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी। और इसमें सात बिंदुओं पर समझौता हुआ था। लेकिन जिन बिंदुओं पर समझौता किया गया है कंपनी प्रबंधन अब उसके विपरीत काम कर रहे हैं और प्रशासन अब तक कुछ नहीं कर रहा है।