पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार १ सितंबर की रात मौदहापारा के चार युवक मीना बाजार देखने गए थे। बताया जा रहा है कि मीना बाजार में चलने वाले डांस के समय उक्त युवकों ने लड़कियों पर हुटिंग करना शुरू कर दिया। इसके बाद मीना बाजार प्रबंधन के लोग उक्त युवकों को वहां से भगा दिए। रात करीब नौ बजे मौदहापारा के वही युवक बिना टिकट के ही ब्रेक डांस झूला झूलने की जिद करने लगी। इसी बात को लेकर मौदहापरा के युवकों और मीनाबाजार के गुर्गों के बीच विवाद हो गया।
चला पुलिस का डंडा फिर भाग खड़े हुए आरोपी
पुलिस सूत्रों की मानें तो मौके पर खिरोद भोई व एक आरक्षक जोकि सिविल में था वहीं भीड़ में घुस कर मामले को शांत कराने व आरोपियों को पीटने का काम कर रहे थे। इसी बीच मीना बाजार में उपस्थित अन्य पुलिस जवानों को घटना की सूचना मिली तो सभी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए और आरक्षक को घायल देख पुलिस का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को पीटना शुरू किया तो सभी वहां से दौड़ कर भागे। इस दौरान दोनों पक्षों को पुलिस की मार खानी पड़ी।
मची अफरा-तफरी
ज्ञात हो कि मीना बाजार का आनंद लेने वहां रोजाना हजारों लोग पहुंच रहे हैं। वहीं जब वहां झगड़ा हुआ और लाठी-डंडा चलने लगा तो लोगों के बीच अफरा-तफरी और भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। सभी शोर मचाते हुए इधर-उधर भागने लगे। इस घटना के बाद अधिकांश लोग डर के मारे मीना बाजार से वापस घर लौट गए।
होगा अपराध दर्ज
पुलिस सूत्रों की मानें तो मौदहापारा के युवकों ने ही पहले से झगड़ा को शुरू किया था। ऐसे में मीना बाजार प्रबंधन वालों की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाएगा। हालांकि अभी तक इस मामले में दोनों पक्षों के अलावा आरक्षक ने भी जूटमिल चौकी में किसी प्रकार की रिपोर्ट नहीं की है।