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रायगढ़

जब पुलिस ने महुआ जब्त करने से खींचे हाथ तो महिलाएं इसे लेकर पहुंच गईं कलक्टोरेट

नंदेली के प्रकाश ग्राम संगठन की महिलाएं क्षेत्र में बना रहे कच्ची शराब
पर दबिश दिए। जिसकी सूचना पर कोतरा रोड पुलिस मौके पर पहुंची।

रायगढ़Jul 15, 2017 / 05:01 pm

Piyushkant Chaturvedi

When the police pulled the hand from seizing the m

When the police pulled the hand from seizing the mahua

रायगढ़. नंदेली के प्रकाश ग्राम संगठन की महिलाएं क्षेत्र में बना रहे कच्ची शराब पर दबिश दिए। जिसकी सूचना पर कोतरा रोड पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस ने कच्ची शराब को जब्त करते हुए प्रकरण बनाया लेकिन वहां कच्ची शराब बनाने के लिए रखे गए भारी मात्रा में महुआ को जब्त करने से इंकार कर दिया।

इससे संगठन की महिलाएं महुआ को लेकर कलक्टोरेट पहुंच गई। नंदेली क्षेत्र की उक्त महिलाओं ने बताया कि शनिवार को सुबह पता चला कि गांव के बाहर कुछ लोग कच्ची शराब बना रहे हैं जिस पर गांव में नशामुक्ती को लेकर बनाए गए संगठन की महिलाएं वहां पहुंची।

वहां देखा कि कच्ची शराब करीब 3 लीटर पड़ा हुआ है और भारी मात्रा में महुआ है। जिसकी सूचना कोतरा रोड पुलिस को दी गई।

पुलिस मौके पर पहुंचकर 3 लीटर कच्ची शराब को जब्त करते हुए प्रकरण तो बना ली लेकिन जब महिलाओं ने वहां रखे महुआ को जब्त करने के लिए कहा तो पुलिस ने इंकार कर दिया।

महिलाएं बताती है कि आबकारी विभाग को भी उक्त महुआ को जब्त करने के लिए सूचना दिया गया लेकिन आबकारी विभाग भी कार्रवाई नहीं किया।

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बल्कि यह कहा गया कि शराब को जब्त कर लिया गया है महुआ को फेक दो। महिलाएं पुलिस व आबकारी विभाग दोनो ही महुए को लेकर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए महुए को लेकर कलक्टोरेट कलक्टर से मिलने के लिए पहुंची। लेकिन कलक्टर के न होने के कारण सभी महुए को लेकर वापस लौट गए।

जड़ को ही करना चाहते हैं खत्म– नंदेली से आए उक्त ग्रामीण महिलाओं की माने तो शराब बंदी करना है तो इसे पूरे जड़ से खत्म करने के लिए पहल किया जा रहा है।

इसी कड़ी में महुआ को भी जब्त किया जाना चाहिए। कम शराब जब्त होने इसमें संलिप्त लोग जल्द छूट जाते हैं और फिर उसी महुआ से फिर कच्ची शाराब बनाने का काम करते हैं।

उठता है सवाल इसलिए लाए– महिलाओं की माने तो पहले इसप्रकार की घटनाओं में ग्राम पंचायत में मामला को रखकर संबंधित के खिलाफ जुर्माना किया जाता था

लेकिन बाद में इसे आय का जरिए बनाने की बात उठने लगी। 5 लीटर से कम पर आबकारी विभाग काार्रवाई नहीं करती है इसलिए महुआ को लेकर कलक्टोरेट आना पड़ा।

इसप्रकार करते हैं काम
गांव में रहने को ज्योती महिला समूह, दुर्गा, सूरज और कबीर समूह सहित करीब एक दर्जन से अधिक महिला व अन्य समूह हैं। नशामुक्ती को लेकर इन सभी समूह को जोड़कर ग्राम संगठन बनाया गया है जो नशामुक्ती के क्षेत्र में काम करती है। उक्त समूह के सदस्य महुआ लेकर कलक्टोरेट आए हुए थे।
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