मिली जानकारी के अनुसार लैलूंगा थाना क्षेत्र के रेगड़ी ग्राम निवासी पेशराम राठिया पिता जयसिंह राठिया 50 वर्ष मजदूरी का काम करता था। पेशराम राठिया का एक बेटा व एक बेटी है दोनो की शादी के बाद बेटा वहीं पास में एक मकान में रहता था और बेटी समीप के गांव में।
9 सितंबर 2017 की सुबह जब पेशराम का बेटा हेमप्रसाद घर से बाहर आया तो देखा कि उसकी मा चंपाबाई खाट में मृत अवस्था में पड़ी हुई है ओर सिर से खून निकला हुआ है व चोट के निशान है। जिसके बाद उसने बहन सावित्री को घटना की सूचना दी। सावित्री जब अपने मॉ के शव के पास रो रही थी तो पेशराम राठिया फिर से वहां आया और टांगी से मारने का प्रयास किया।
आए दिन होता था विवाद
फैसले में यह भी बताया गया है कि दोनो पति पत्नी शराब सेवन करने के आदि थे और आए दिन देानो के बीच किसी न किसी बात को लेकर विवाद होते रहता था। जिसके कारण बेटा दोनो से अलग हुआ था।