गर्भवती को नहीं मिली एम्बुलेंस, दर्द में तड़पती रही, पेट में पल रहे बच्चे की मौत, छाया मातम
प्रताप सिंह ने एक व्यक्ति को किसी तरह बचा कर बाहर निकाल लिया, लेकिन नेहरू राम व उमाकांत गहरे पानी में फंस गए। अपने सहकर्मियों को पानी में फंसा देख रामप्रताप उन्हें भी बचाने गया। वहां से उमाशंकर को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया और तत्काल घरघोड़ा अस्पताल भेजा गया, लेकिन प्रारंभिक जांच के बाद ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुछ देर बाद एसईसीएल रेस्क्यू दल व स्थानीय शासन के द्वारा दूसरे शव को भी बाहर निकाला गया।
शादी की खुशी मातम में तब्दील, बारात आने से पहले भाई की दर्दनाक मौत…मची चीख-पुकार
सुरक्षा पर उठ रहे सवालपानी में डूबने से हुई दो युवकों की मौत के बाद एसईसीएल प्रबंधन की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बिना सुरक्षा व्यवस्था के यह हादसा होने की बात सामने आ रही है। वहीं मृतक के परिजनों ने मामले की जांच कराए जाने की मांग भी की है।