
चिटफंड कंपनियों में फंसी निवेशकों की रकम मिल रही है वापस, लेने उमड़ी भीड़
रायपुर. Chit Fund News in Chhattisgarh: अगर आपकी जीवन भर की जमा पूंजी चिटफंड कंपनी के फर्जीवाड़े का शिकार हो गई है तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल, सरकार चिटफंड कंपनियों की संपत्ति बेच फर्जीवाड़े के शिकार हुए लोगों के पैसे लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए 31 चिटफंड कंपनियों की प्रॉपर्टी लिस्टेड कर ली गई है। प्रशासन रकम वापसी के लिए अब तक 16 कंपनियों की 8 करोड़ रुपए की प्रापर्टी कुर्क कर चुका है। राजधानी रायपुर के करीब एक लाख लोग जो चिटफंड कंपनियों के जाल में फंसकर अपने 500 करोड़ रुपए गंवा चुके हैं, उनकी रकम वापसी के लिए प्रशासन ने बड़ी कवायद शुरू कर दी है।
सिर्फ एक काउंटर बनाया आवेदन लेने
रायपुर प्रशासन ने ऐसी 31 कंपनियों की लिस्टिंग कर ली है, जिनकी प्रॉपर्टी बेचकर जालसाजी के शिकार हुए लोगों के पैसे वापस किए जाएंगे। इसके लिए आवेदन मंगाए जा रहे हैं। छह अगस्त तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। अब तक रायपुर जिले में 11 हजार लोगों के आवेदन जमा किए जा चुके हैं। लेकिन उन्हें आवेदन जमा करने के बदले पावती नहीं दी जा रही है। गुरुवार को रायपुर तहसील में लंबी कतार देखने को मिली। यहां पर 13 नंबर कमरे में सिर्फ एक काउंटर बनाए गया है। जिसमें लोग दिन भर लाइन लगाए रहे। यही हाल आरंग, अभनपुर में तहसील में भी देखने को मिला।
नहीं जारी किया गया था आदेश
28 जुलाई को गृह विभाग व पुलिस मुख्यालय नया रायपुर से सभी जिला कलेक्टर को आदेश हुआ है कि 2 से 6 अगस्त तक आवेदन जिला कार्यालय में जमा किया जाना है। उसके बाद भी जिला कलेक्टर से आदेश जारी नहीं जारी नहीं किया गया। इसके बाद अभिकर्ता संघ द्वारा आवेदन किया गया।
जमा करने होंगे आवश्यक दस्तावेज
जिले का एक ही प्रकार का प्रोफार्मा (आवेदन) है। साथ ही बांड पेपर की फोटो कॉपी या बांड पेपर कंपनी में जमा किया जा चुका है तो उसकी पावती, बैंक पासबुक एवं आधार कार्ड की फोटो कॉपी संलग्न करें। पैसा वापसी के लिए बैंक पासबुक एवं आधार कार्ड जमा करना आवश्यक है।
सिर्फ एक दिन का समय
आदेश देर से जारी होने के कारण सिर्फ पांच दिन का समय ही लोगों को मिला है। जानकारी नहीं होने के कारण बुधवार और गुरुवार को आवेदन जमा किए गए। जहां बांड पेपर सहित अन्य दस्तावेज इकक्ठा कर दो दिन के अंतर्गत जमा करने में परेशानी हो रही है, जिसकी तिथि बढ़ाने की मांग की जा रही है।
केस-1
बीरगांव निवासी नेहा साहू के पिता ने एचबीएन कंपनी में 2007 से जमा किए थे। बांड पेपर नेहा साहू के नाम पर था। गुरुवार को नेहा ने आवेदन जमा किए पर पावती नहीं दी गई।
केस-2
चौबे कॉलोनी निवासी अथर्व शर्मा के दादा ने साईं प्रसाद कंपनी नें 6 लाख से ज्यादा पैसा जमा किए थे। उनके दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने बृजलाल शर्मा की मृत्यु हो गई है। गुरुवार को उनके पोते ने आवेदन जमा किया।
Updated on:
06 Aug 2021 12:00 pm
Published on:
06 Aug 2021 11:54 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
