स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम 98 कंटेनमेंट एरिया के 56664 में से 56094 घरों तक पहुंचकर रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी है। 98 कंटेनमेंट एरिया में कुल जनसंख्या 247029 हैं। सर्विलांस टीम को कोरोना लक्षण वाले 138 संदिग्ध मिले हैं।
जिले के सभी विकासखंड रायपुर शहरी, अभनपुर, आरंग, धरसींवा तथा तिल्दा विगत 3-4 सप्ताह से रेड जोन में हंै। इन सभी जगहों पर अब तक 120 से अधिक कंटेनमेंट एरिया घोषित हंै। स्वास्थ्य विभाग की टीम 6-7 दिन पहले तक 98 कंटेनमेंट एरिया का स्क्रीनिंग कर लिया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण को देखते हुए जिलेभर में घर-घर सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। ऐसे व्यक्ति की सूची भी बन रही है जो पहले किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहे हों, जिसे बाद में कोरोना हुआ हो। उन सभी की जांच होगी, जिससे यह पता चल सके कि उन्हें कोरोना तो नहीं है।
सर्वे का यह है उद्देश्य स्वास्थ्य विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। दो-तीन सप्ताह में संभवत: इसकी रफ्तार और तेज होगी। कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी नहीं देते और घरों में रहते हैं। जिनकी इम्युनिटी पॉवर अच्छी रहती है, वह ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ बीमार होने के बावजूद वायरल फीवर मानकर डॉक्टर को दिखाने की बजाय इधर-उधर घूमते रहते हैं। ऐसे ही लोगों से कोरोना के संक्रमण का फैलाव होता है। सर्वे का मुख्य उद्देश्य यही है कि कोरोना संदिग्धों का जल्द से जल्द पता चल जाए और उनका तुरंत इलाज शुरू हो जाए, ताकि दूसरों को लिए खतरा न रहे।
घर के मुखिया का सिर्फ पूछ रहे नाम स्वास्थ्य विभाग की टीम को सर्वे के दौरान क्या-क्या जानकारी जुटानी है, उसका प्रशिक्षण दिया गया है, लेकिन उसका निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। टीम घरों तक पहुंच जरूर रही है, लेकिन वह सिर्फ घर के मुखिया का नाम व मोबाइल नंबर, घर का नंबर और घर में रहने वाले सदस्यों की संख्या पूछकर ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर ले रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सर्वे के दौरान मुखिया का नाम व मोबाइल नंबर तो लेना है, लेकिन घर का कोई सदस्य बीमार तो नहीं, कोई सदस्य रेड जोन, दूसरे राज्य या विदेश से तो नहीं आया है या कोई सदस्य कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में तो नहीं आया है, आदि जानकारी प्रमुखता के साथ जुटानी है।
कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। दूसरे राज्यों से यहां बेहतर स्थिति है। घर-घर जाकर सर्वे का काम किया जा रहा है। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन करने से ही संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है।
– डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, रायपुर