बीते कुछ सालों में छत्तीसगढ़ में अनेकों कंपनी आई बडे-बडे सपने दिखाकर अनेकों लोगों के करोडों रुपए लूट कर फरार हो गई। उसके बाद भी लोगों का इस तरह लालच करना ही ऐसे अपराध को बढ़ावा देना हैं और ऐसे शातिर अपराधी का नये-नये तरीकों से ठगी को अंजाम देता हैं। जबकि पूर्व में अनेकों चिटफंड कंपनी आई और करोडों रुपए डकारकर चली गई, जिसका आज तक एक रुपया तक लोगों को वापस नही मिला। अखबारों में टीवी समाचार सब ऐसे फर्जी चिटफंड कंपनी से बचने के लिए अवगत कराया था। फिर पढ़े-लिखे लोग ऐसे जल्दी पैसे वाले बनने के चक्कर में अपने व अन्य लोगों के लाखों रुपए गवां दिए।
पूरा मामला रकम को डबल कर देने का हैं। प्रार्थी एसकुमार साहू ने द फ्यूचर कंपनी में पहले थोड़ा रकम लगाया बकायदा रकम दोगुना कर लौटाया फिर पुन: रकम बढ़ाकर जमा किया फिर रकम समय पर लौटाया, ऐसा करते हुए प्रार्थी का विश्वास जीत आरोपियों ने एसकुमार को बड़ी रकम देने व मात्र पंद्रह दिन में ही रकम दोगुना का लालच दिया। इसमें प्रार्थी ने अपनी जमा पूंजी व दोस्तों से रिश्तेदारों से बड़ी रकम लेकर फर्जी कंपनी में लगा दिया। उसके बाद एसकुमार साहू ने समय पूर्ण होने पर फोन पर संपर्क कर रुपए लौटाने के लिए कहा तो आरोपियों ने बड़ी चालाकी से फैली महामारी बीमारी कोरोना वायरस कंपनी में किसी विशेष व्यक्ति को होना बताया। जिसके ठीक होने के बाद जमा रकम देने की बात कही। फिर पुन: एसकुमार साहू से संपर्क कर कहा कि सिर्फ जमा रकम वापस करेंगे। दोगुनी रकम नहीं दी जाएगी। उस पर तैयार एसकुमार रकम देने की बात कही उसके बाद आरोपी के फोन लगातार बंद रहा। संपर्क करने का काफी प्रयास किया गया। संपर्क में सफलता नही मिलता देख और जमा पूंजी की ठगी होने महसूस कर एसकुमार साहू ने रायपुर पुलिस अधीक्षक में आवेदन दिया। दस्तावेज के आधार नगर थाने दो आरोपी को गिरफ्तार कर एक लाख नौ हजार पांच सौ रुपए की जब्ती की गई।
फर्जी कम्पनी के मुखिया कमलनारायण देवागंन पिता जागेश्वर देवागंन व श्रवण साहू पिता विश्राम साहू को गिरफ्तार किया गया हैं। पकडे गए दोनों आरोपियों से पुलिस ने लैपटाप, डेस्कटॉप, नगदी रकम 1 लाख पांच हजार नौ सौ सत्तर रुपए सहित दस्तावेज बरामद कर दोनो आरोपी को जेल भेज दिया है। धोखाधड़ी में शामिल अन्य आरोपियों पोषण देवांगन एवम विकास पदमवार अभी भी फरार हैं।
आरोपियों की तलाश लगातार की जा रही हैं। वे जल्द ही गिरफ्तार हो जाएंगे।
रमेश मरकाम, थाना प्रभारी, खरोरा