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परीक्षा से वंचित हो सकते है छात्र
माशिमं के जानकारों की मानें तो जिन छात्रों की आकलन रिपोर्ट और प्रायेागिक परीक्षाओं के नंबर माशिमं पोर्टल में अपलोड नहीं होंगे। उन छात्रों को अनुपस्थित माना जाएगा। इस स्थिति में छात्र बोर्ड की परीक्षा नहीं दे सकेंगे। स्कूल के जिम्मेदारों की लापरवाही से छात्रों का भविष्य बर्बाद ना हो, इसलिए माशिमं सचिव ने मामलें में सावधानी बरतने और जल्द से जल्द आकलन व प्रायोगिक परीक्षा की रिपोर्ट सबमिट करने का निर्देश दिया है।
हर माह रिपोर्ट सबमिट करना जरूरी
माशिमं के जानकारों की मानें तो जिन छात्रों की तीन आकलन रिपोर्ट व प्रायोगिक परीक्षाओं का नंबर पोर्टल में अपलोड होगा, वे परीक्षा देने के लिए अप्लीकेबल होंगे। कोरोना के मद्देनजर विभागीय अधिकारियों ने परीक्षार्थियों के लिए यह तरीका तय किया है। इन रिपोटर््स के आधार पर ही छात्रों को उपस्थित और अनुपस्थित माना जा रहा है। आकलन रिपोर्ट हर माह सबमिट करनी है। प्रदेश के कुछ स्कूलों ने जनवरी माह की रिपोर्ट भी अब तक सबमिट नहीं की है।
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नेटवर्क का बहाना
माशिमं के निर्देश के बाद प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल संचालकों को फटकार लगाई, तो कई ने नेटवर्क बहाना बताते हुए सफाई जिला शिक्षा अधिकारियों का पेश किया है। जिन स्कूलों ने नेटवर्क का बहाना बनाया है, उनमे ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों के स्कूल भी शामिल है।