इस योजना का शुभारंभ रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने शुक्रवार को विश्वकर्मा जयंती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन का उल्लेख करते हुए किया। साथ ही कहा कि 50000 युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। युवाओं को विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर रोजगारपरक विकास करना है। शुरुआत में 1000 उम्मीदवारों को इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर का 100 घंटे का प्रारंभिक बुनियादी प्रशिक्षण शामिल होगा। 10वीं पास और 18 से 35 साल आयु के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र होंगे। लेकिन रेलवे में रोजगार पाने का कोई दावा नहीं कर सकते। पहले बैच के प्रशिक्षण की शुरुआत 20 सितंबर 2021 से की जा रही है।
बिलासपुर जोन के तीनों प्रशिक्षण केंद्रों में
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के तीन प्रशिक्षण केंद्रों बेसिक ट्रेनिंग सेंटर वैगन रिपेयर शॉप रायपुर में फिटर ट्रेड में 20, वेल्डिंग ट्रेड में 20 एवं मशीनिस्ट ट्रेड में 20 प्रशिक्षुओं को प्रति बैच प्रशिक्षण दिया जाएगा। बेसिक ट्रेनिंग सेंटर मोतीबाग कारखाना नागपुर में वेल्डिंग ट्रेड में 20 प्रशिक्षुओं को प्रति बैच। जबकि विद्युत लोको प्रशिक्षण केंद्र उसलापुर बिलासपुर में इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में 20 प्रशिक्षुओं को प्रति बैच प्रशिक्षण दिया जाएगा। अगले तीन साल में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 2500 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने की योजना है।