इसलिए नाराज हैं लोग
मामले की शिकायत बुधवार को कलेक्टर से की गई थी। चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन अवैध कब्जा हटाने के लिए कोई पहल प्रशासन द्वारा नहीं की गई। इसे लेकर लोग नाराज हैं। इस तरह शहर में शासकीय और निस्तारी जमीन पर खुलेआम कब्जा किया जा रहा है।
इसलिए हो रहा है विरोध
वार्ड कमांक 03, संत कबीरदास वार्ड गोगांव के खसरा नं. 431 रकबा एक एकड़ मौजा गोगांव प.ह.न. 107/50 शमशान भूमि के लिए सुरक्षित है तथा उससे लगी हुई भूमि 432/1 रकबा 52 डिसमिल एवं खसरा नं. 433/1 रकबा 4.80 एकड़ शासकीय भूमि है। इसका उपयोग वर्षों से गोगांव निवासियों के द्वारा श्मशान भूमि के रूप में किया जा रहा है। यह क्षेत्र सतनामी समाज एवं गोड़ आदिवासी समाज की आबादी वाला क्षेत्र है। इन समाजों में मृत शरीर को दफनाने (मिट्टी देने) की परम्परा है। कुछ भूमाफियाओं द्वारा श्मशान भूमि तथा उससे लगी शासकीय भूमि में अवैध कब्जा किया जा रहा है।