दरअसल पूर्ववती सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आर एस एस) की सदस्यता की अनुमति प्रदान करने 23 फ़रवरी 2015 की अधिसूचना को निरस्त करने बाबत अमित जोगी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है इस संबंध में जोगी ने ट्विटर पर राहुल गांधी और भूपेश बघेल को ट्वीट भी किया है।
पत्र में जोगी ने लिखा है कि 23 फ़रवरी 2015 को रमन सरकार (Raman singh) द्वारा जारी अधिसूचना से अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को RSS की सदस्यता ग्रहण करने कि अनुमति प्रदान की गई थी।
आज की कलेक्टर-SP की बैठक में कम से कम 7 ऐसे अधिकारी उपस्थित है जो RSS के सदस्य है। आपके राज्य शासन द्वारा नियुक्त स्वयं उसी विचारधारा से जुड़े हैं।अगर आप तत्काल इस अधिसूचना को निरस्त नहीं करते और RSS के सदस्य अधिकारियों को बर्खास्त नहीं करते है तो ये प्रमाणित हो जाएगा कि वास्तव में अब छत्तीसगढ़ में गांधी का नहीं गोडसे का राज है।
ट्विटर कर अमित जोगी ने मुख्यमंत्री और राहुल गांधी को दी सुचना
23 फ़रवरी 2015 को डॉ रमन सिंह ( Former CM Chhattisgarh) की सरकार द्वारा जारी अधिसूचना से अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों&कर्मचारियों को आरएसएस की सदस्यता ग्रहण करने कि अनुमति प्रदान की गई थी। आज की कलेक्टर एसपी की बैठक में कम से कम 7 ऐसे अधिकारी है जो आरएसएस (RSS) के सदस्य है। अगर आप तत्काल इस अधिसूचना को निरस्त नहीं करते और आरएसएस (Rastriya swayam sewak Sangh) के सदस्य अधिकारियों को बर्खास्त नहीं करते तो प्रमाणित हो जाएगा कि वास्तव में अब गांधी का नहीं गोडसे का हो राज है।