नौकरी की तलाश में अनेक युवक-युवतियां इंटरनेट वेबसाइट में जॉब ढूंढ़ते रहते हैं। इस दौरान वेबसाइट में वे अपना बॉयोडाटा भी अपलोड कर देते हैं। इससे ठगों को पूरी जानकारी मिल जाती है। इसके बाद उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर आसानी से झांसा देते हैं। ज्वॉइनिंग प्रक्रिया के नाम पर अपने बैंक खाता में रकम जमा करवाते हैं। राशि जमा करवाने के बाद अपना नंबर बंद कर देते हैं।
पुरानी बस्ती निवासी इंजीनियर तुषार श्रीवास्तव और रितेश मटलानी ने क्वीकर डॉट कॉम में नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। 2 अगस्त को क्वीकर डॉट कॉम से एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिलने का मैसेज आया। इसके बाद ज्वाइनिंग प्रक्रिया के नाम पर 31अगस्त तक उनसे1 लाख 29 हजार 600 रुपए जमा करवा लिया। बाद में उनके फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
टाटीबंध निवासी मोहनी ने एक वेबसाइट में कंप्यूटर ऑपरेटर का जॉब सर्च किया था। बाद में उसने अपना बॉयोडाटा भी छोड़ा। कुछ दिन बाद दिल्ली के जसप्रीत सिंह और निधि ठाकुर ने उसे मैसेज भेजकर नेस्ले कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस दौरान उससे १२ हजार रुपए अपने खाते में जमा करवा लिया।
पुराने सामान खरीदी-बिक्री करने की चर्चित वेबसाइट ओएलएक्स भी अब धोखाधड़ी करने का जरिया बनता जा रहा है। इसमें विज्ञापन देखकर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। ओएलएक्स के जरिए बाइक खरीदने के नाम पर ठगी के दो मामले तेलीबांधा थाने में दर्ज है। कुछ दिन पहले भिंड के मनोज सिंह, श्याम सिंह और जमील खान हथियार लेकर कार खरीदने रायपुर पहुंचे थे।
विजय अग्रवाल, एएसपी-शहर, रायपुर