
जगदलपुर। शहर में आवारा पशुओं से लोगों को बचाने के लिए उनमें रेडियम लगाना हो या फिर स्कूलों में पार्किंग की व्यवस्था करना। वे नि:शुल्क रूप से इसमें जुटे रहते हैं। वह 9 साल से निर्मल स्कूल में पार्किंग को व्यवस्थित करने का काम करते हैं। सुबह स्कूल लगने के समय दो घंटे तो छुट्टी के समय के दो घंटे तक। उनके इस प्रयास को पुलिस प्रशासन ने भी सराहा है।
ट्रैफिक जवान बोला उनसे बहुत मदद मिलती है
निर्मल स्कूल में एक ओर गाडिय़ों को रोकने और पार्किंग व्यवस्था संभालने लोचम सिंह मंडावी ने बताया कि अल्ताफ मेमन काफी समय से उनकी मदद करते आ रहे हैं। उनके प्रयास से काफी फायदा होता है। अल्ताफ का व्यवहार भी इतना अच्छा है कि इस तरह का काम करते हुए भी वे बेहद विनम्र रहते हैं। कभी किसी से बहस नहीं की। हर दिन दोनो टाइम अपने से स्कूल के सामने पहुंचकर काम में लग जाते हैं। उन पर विभाग को भी इतना भरोसा हो गया है कि दूसरी तरफ के लिए किसी जवान को नहीं लगाया जाता। वे खुद से इसे संभाल लेते हैं।
इसी स्कूल में पढ़ते हैं स्वयं के बच्चे
अल्ताफ मेमन के बच्चे भी इसी स्कूल में पढ़ते हैं। इसके बाद भी वे यहां अपनी सेवा देने से नहीं शर्माते। उनका एक लडक़ा स्कूल में 9 वीं कक्षा तो लडक़ी 10 वीं में पढ़ती है। स्कूल छोडऩे के बाद वे यहां अपने काम में जुट जाते हैं। बच्चों को भी अपने पिता पर गर्व हैं। वे कहते हैं कि उनके पिता समाजसेवा की दिशा में काम कर रहे हैं। लोग यदि खुद से जागरूक हो जाएंगे तो उनके पिता को काम नहीं करना पड़ेगा।
पुलिस से मिल चुका है अवार्ड
अल्ताफ कहते हैं कि शुरू से ही लोगों की सेवा करने का मन था। इसके लिए बच्चों को स्कूल छोडऩे के दौरान बच्चों के खतरों को महसूस किया। इसके बाद से लगातार पार्किंग के लिए काम कर रहा हूं। आज 9 साल हो गए। उन्होंने कहा कि उन्हें इस काम के लिए पुलिस विभाग की तरफ से भी अवार्ड मिल चुका है। ऐसे अवार्ड उनका इस तरह के काम करने में हौसला बढ़ाने का काम करते हैं।
Published on:
05 Aug 2022 06:46 pm
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