विदर्भ के खिलाफ नागपुर में खेले गए पिछले मैच में छत्तीसगढ़ की टीम ने अब तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। अमनदीप के दोहरे शतक और आशुतोष सिंह के शतक की बदौलत छत्तीसगढ़ के नाम एक पारी में सर्वाधिक स्कोर 489 रन का नया रिकॉर्ड बना था। छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक स्कोर का पिछला रिकॉर्ड भी इसी सीजन में गोवा के खिलाफ 458 रनों का था।
छत्तीसगढ़ का रणजी ट्रॉफी में यह दूसरा वर्ष है। इन दो वर्षों में ही छत्तीसगढ़ ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। स्टार बैट्समैन अमनदीप खरे ने विदर्भ के खिलाफ खेले गए पिछले मैच में 453 गेंदों में 29 चौके और 1 छक्के की मदद से 210 रन बनाए थे। इससे पहले अमनदीप का सर्वाधिक स्कोर 143 रन का था, जो उन्होंने पिछले सीजन में आंध्रप्रदेश के खिलाफ खेलते हुए बनाया था। अमनदीप अब तक चार शतक लगा चुके हैं। पिछले रणजी सीजन में 3 और इस सीजन में 1 शतक उनके नाम दर्ज है।
छत्तीसगढ़ का होम ग्राउंड पर यह दूसरा मुकाबला होगा। रायपुर के शहीद वीरनारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 1 नवम्बर से वह पंजाब से भिड़ेगा। छत्तीसगढ़ का होम ग्राउंड पर खेला गया पहला मैच बुरे ख्वाब की तरह रहा। बंगाल ने पहले खेलते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 529 रन बनाए थे। इसके जवाब में छत्तीसगढ़ पहली पारी में 110 और दूसरी पारी में 259 रन ही बना सका था। इस तरह छत्तीसगढ़ को इस सीजन में एक पारी और 160 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा था। छत्तीसगढ़ के दो ड्रा मैचों में पहली पारी में बढ़त के आधार पर छह अंक हैं।
पंजाब वर्ष 1968 से रणजी ट्रॉफी खेल रहा है। वह 1992 में रणजी ट्रॉफी चैम्पियन बना था। इस सीजन में पंजाब ने पिछले मैच में गोवा को उसके होम ग्राउंड पर खेलते हुए एक पारी और 133 रनों से करारी शिकस्त दी थी। पंजाब ने कप्तान जीवनजोत सिंह के दोहरे शतक (238) और फिर अनमोल प्रीत सिंह के 113 तथा गुरकीरत सिंह के 114 रनों के दम पर अपनी पहली पारी में 635 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। पंजाब की इस सीजन में यह पहली जीत थी।