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रायपुर

आंबेडकर अस्पताल : अब कमरे से निकलते ही हो जाएंगी बिजली गुल

 
बिजली बचाने लगेगा सेंसर सिस्टम
प्रबंधन की तरफ से बिजली के बढ़ते हुए बिल पर नियंत्रण करने की कोशिश

रायपुरOct 16, 2019 / 09:05 pm

ramendra singh

आंबेडकर अस्पताल : अब कमरे से निकलते ही हो जाएंगी बिजली गुल

आंबेडकर अस्पताल : अब कमरे से निकलते ही हो जाएंगी बिजली गुल

रायपुर. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल डॉ. भीमराव आंबेडकर में बिजली बचाने के लिए जल्द ही सेंसर सिस्टम लगाया जाएगा। सेंसर सिस्टम लगाने अस्पताल प्रबंधन दो-तीन बार टेंडर जारी कर चुका है लेकिन किसी संस्थान ने रूचि नहीं दिखाई। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि वर्तमान समय में दो संस्थानों ने आवेदन दिया है, जल्द ही किसी एक का चयन कर सेंसर सिस्टम लगाने का काम सौंप दिया जाएगा। बिजली के बढ़ते हुए बिल पर नियंत्रण करने के लिए सभी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कमरों में सेंसर सिस्टम लगाने की योजना बनाई गई थी, जिसके तहत कमरा खाली होने की स्थिति में जल रही बिजली खुद-ब-खुद बंद हो जाएगी। प्रबंधन की तरफ से करीब डेढ़ साल पूर्व जारी की गई निविदा में किसी भी कंपनी ने आवेदन नहीं किया। प्रबंधन ने दोबारा फायर सेफ्टी की निविदा के साथ निकाली फिर भी किसी ने रुचि नहीं दिखाई। बताया जाता है कि आंबेडकर अस्पताल परिसर में सामान्य दिनों में औसतन 70-75 लाख रुपए का बिजली बिल आता है।

बेवजह जलती रहती हैं लाइट
आंबेडकर अस्पताल में प्रतिदिन 2200 से 2500 की ओपीडी रहती है। डॉक्टर अपने चेंबर में 2 बजे तक रहते हैं। कई डिपार्टमेंट में डॉक्टरों के चले जाने के बाद भी उनके कमरों की लाइट, पंखे व एसी चलते रहते हैं। वार्डों में भी बिना जरूरत के बिजली जलती रहती है। कर्मचारी भी बंद करना उचित नहीं समझते है। अस्पताल के बिल में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए कुछ माह पहले प्रबंधन ने कई वार्ड में लगे पंखे और एसी को निकलवाया था।

जल्दी ही कंपनी का चयन हो जाएगा
टेंडर में संस्थानों के रूचि दिखाने से सेंसर सिस्टम नहीं लग पा रहा था। अब दो कंपनियों ने आवेदन किया है, जल्द ही एक कंपनी का चयन कर उसे काम सौंप दिया जाएगा।

डॉ. विवेक चौधरी, अधीक्षक, आंबेडकर अस्पताल, रायपुर

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