रविवार को एक बयान में विधायक शिवरतन शर्मा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी रोज अपनी ड्यूटी पर बुलाए जा रहे हैं लेकिन उनकी समस्याओं को लेकर भूपेश बघेल सरकार सतर्क नहीं है। भाजपा विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि कर्मचारियों को मंत्रालय तक आने-जाने के लिए उपलब्ध बसों में सेनिटाइजेशन तक की कोई व्यवस्था नहीं है। राजधानी की लगभग आधी आबादी कोरोना कंटेनमेंट जोन में आ जाने की वजह से मंत्रालय के कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी खतरा मंडराने लगा है। इस खतरे को लेकर भाजपा ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि भीषण संक्रमण काल में मंत्रालय जा रहे कोरोना वॉरियर्स कर्मचारियों को उनके हाल पर छोड़कर सभी मंत्री अपने मंत्रालय से गायब हैं। उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है।
उल्लेखनीय है कि रायपुर में मंत्रालय में काम करने वाले एक कर्मचारी की पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव निकली है। जबकि मंत्रियों के प्रेस वार्ता में शामिल होने वाले पत्रकार के घर तक कोरोना की दस्तक हो चुकी है। कोरोना के शुरुआती दिनों में दिल्ली से लौटी मंत्री शिव डहरिया की बेटी कोरोना पॉजिटिव निकली थी। जिसके बाद उनके पूरे परिवार को एकांतवास करना पड़ा। इसके बाद धीरे-धीरे कई और भी नेता व मंत्रियों के दरवाजे तक कोरोना की दस्तक हुई। इस वजह से कांग्रेस के नेता व मंत्री पिछले काफी समय से गायब हैं।