कार्यालय समाप्त होने से हलचल तेज
गायत्री परिवार में छत्तीसगढ़ जोन कार्यालय समाप्त कर संचालन का पूरा केंद्र शांतिकुंज को बनाए जाने पर गायत्री परिवार संगठन के अंदर हलचल तेज हो गई है। अचानक छत्तीसगढ़ जोन के संचालन का अधिकार स्थानीय स्तर पर समाप्त करने के पीछे अंदरूनी खींचतान की वजहों को माना जा रहा है। संगठन से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि सांकरा में विश्वविद्यालय नहीं खोले जाने को लेकर यहां के पदाधिकारियों ने कड़ी आपत्ति किया था। इसके साथ ही शांतिकुंज का रुख छत्तीसगढ़ जोन को लकर बदला हुआ था।
हतोत्साहित करने जैसा निर्णय
छत्तीसगढ़ जोन के समन्वयक दिलीप पाणिग्रही अभी तक जोन स्तर पर कार्यक्रम को देखते रहे हैं। जोन कार्यालय समाप्त किए जाने के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह काफी निराश करने वाला कदम है। सदस्य काफी हतोत्साहित हुए हैं। क्योंकि अभी तक क्षेत्रीय स्तर पर गुरुदेव के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और देव संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम चलता रहा है। शांतिकुंज के केंद्रीयकरण का तरीका समझ से परे है। ऐसा गुरुदेव ने कभी नहीं सोचा था।