बायो टेक्नोलाजी में डिग्री पर चार इन्क्रीमेंट
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता ने पोस्ट ग्रेजुएशन नेफ्रोलॉजी में किया है, जबकि उन्होने पीएचडी की उपाधि बॉयोटेक्नोलॉजी में प्राप्त हुई है। खबर है कि इस पीएचडी की डिग्री के आधार पर उन्होने शासकीय सेवा में मिलने वाले लाभ भी लिए हैं। जानकार सुत्रों के मुताबिक पुनीत गुप्ता ने 3 अक्टूबर 2009 को रविशंकर शुक्ल विवि रायपर में पीएचडी के रजिस्ट्रेशन करवाया था, जबकि यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक रजिस्ट्रेशन से 6 माह पहले कोर्स वर्क करना अनिवार्य होता है, लेकिन उन्होने नहीं किया था।
नियम कायदों को ताक पर रख दी पीएचडी
पत्रिका से बातचीत में कुलपति रोहिणी कुमार ने कहा कि हमारे यहां मेडिकल की पढ़ाई नहीं होती और वो सरगुजा के रहने वाले भी नहीं थे जो कि डीएससी के लिए आवश्यक शर्त है। जानकारी यह भी है कि रविशंकर से पीएचडी के लिए डॉ पुनीत गुप्ता ने आवश्यक छह माह का कोर्स वर्क किए बिना पंजीरयन करवा लिया था। पं रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के बायो टेक्नोलॉजी विभाग के शोध केन्द्र में जरूरी 240 दिन की उपस्थिति के बिना ही उन्होने अपना शोध कार्य पूरा कर लिया, इस संबंध में उनके गाइड केएल तिवारी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होने यह कहकर बात करने से इनकार कर दिया कि घर पर मृत्यू हो गई है। वहीं बायो टेक्नोलॉजी विभाग के एक अन्य प्रोफेसर शैलेष जाधव का कहना था कि उन्होने तिवारी सर के यहां उपस्थिति दिखाई होगी।