कारोबारियों को मिलेगी राहत
पशुधन विभाग के डायरेक्टर के इस निर्णय से पक्षी कारोबारियों को राहत मिलेगी। प्रदेश में पालतू पक्षियों की खरीद फरोख्त का बडा कारोबार है। राजधानी रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग पक्षी कारोबारियों का हब है। कारोबारी छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों भी पालतू पक्षियों की सप्लाई करते है। सोशल मीडिया में पक्षी कारोबार की खबरे वायरल होने के बाद कारोबारियों की चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन डायरेक्टर का बयान कारोबारियों के लिए राहत की सांस लेकर आया है।
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दूसरे राज्य में बंद का हवाला
जानकारों की मानें तो बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पड़ोसी राज्यों ने पालतू पक्षियों की खरीद फरोख्त का बाजार बंद करवा दिया है। इसी को आधार बनाते हुए प्रदेश में कारोबार बंद होगा, यह बात सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल की जा रही थी। कारोबारियों ने पूरे मामलें में विभाग से गाइड लाइन जारी होने पर कारोबार बंद करने की बात कही। प्रदेश के पक्षी कारोबारियों की मांग पर पत्रिका ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा की, तो उन्होंने संक्रमण मिलने पर बाजार बंद कराने की बात कही है।
राजधानी के इन इलाको में बड़ा कारोबार
विभागीय अधिकारियों की मानें तो राजधानी के फाफाडीह, खमतराई, शंकर नगर, कटोरा तालाब, तेलीबांधा और पंडरी इलाके में पक्षियों को खरीदने बेचने का कारोबार चल रहा है। ये कारोबारी दूसरे जिले और राज्य से पालतू पक्षियों को लाकर उनकी बिक्री करते है और अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते है।
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पशुधन विभाग के डायरेक्टर माथेस्वरन वी. ने कहा, भारत सरकार की गाइड लाइन में पालतू पक्षियों की खरीद फरोख्त को बंद कराने का उल्लेख नहीं है। सरकार ने स्थिति को देखते हुए निर्णय लेने का निर्देश जारी किया है। यदि किसी दुकान के पक्षी में या कारोबारी में बर्ड फ्लू के संक्रमण मिलेगा, तभी पक्षियों की खरीद फरोख्त के कारोबार को बंद करने का निर्देश दिया जाएगा।