इस दौरान मंगलवार से शुरू होने जा रही बजट पर चर्चा को लेकर रणनीति बनाई गई। विधायकों को विषयों को रखने की जिम्मेदारी दी गई। यह पहली बार ही है, जब पार्टी की प्रदेश प्रभारी डी. पुरदेश्वरी के निर्देश पर हर एक विधायक को सदन में विषय रखने को कहा गया है। यानी सभी की परफारमेंस देखी जाएगी।
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विभागों पर चर्चा तो होनी ही है। कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं प्रदेश में घटी हैं। उन सभी पर सदस्य अपनी बातें रखेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, शिव रतन शर्मा, सौरभ सिंह समेत सभी विधायक मौजूद रहे। इस दौरान संगठन महामंत्री पवन साय भी मौजूद रहे। स्पष्ट है कि संगठन से जो दिशा-निर्देश मिले हैं, उन्हें साय ने विधायक दल की बैठक में रखा है।