एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बृजमोहन ने चेतावनी भरे लहजे में यह भी कहा कि जो अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए धर्म रक्षकों के खिलाफ अपराध दर्ज कर रहे हैं, भाजपा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कवर्धा मामले में कांग्रेस जिस तरह तुष्टिकरण कर रही है, संप्रदाय विशेष के दंगाइयों को संरक्षण दे रही है, वह अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है।
बृजमोहन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विद्वेष की राजनीति कर रही है। एक तरफ महासमुंद के कांग्रेसी विधायक एवं संसदीय सचिव ने शासकीय कर्मचारी को इतना मारा कि उसकी आंख से खून निकल आया, पर इस आपराधिक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, युवा मोर्चा पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा समेत 14 अन्य आरोपी बनाए जबकि इनके खिलाफ कोई सबूत तक नहीं है।
बृजमोहन की धमकी अलोकतांत्रिक, अदालत का भी अपमान-कांग्रेस
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने इसे अलोकतांत्रिक और न्यायालय की अवमानना बताया है। उन्होंने कहा, भाजपा के नेताओं को कवर्धा में अशांति फैलाने और सांप्रदायिक दंगा भड़काने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है तथा उन्हें अदालत के सामने प्रस्तुत किया गया जहां अदालत ने इन भाजपा नेताओं के अपराधा की गंभीरता को देखते हुए उन्हें न्यायालयीन रिमांड पर भेजा है।
बृजमोहन अग्रवाल 15 साल तक प्रदेश में मंत्री रहे है इतना कानूनी ज्ञान उन्हें भी है कि दंगाई भाजपा नेताओं को अदालत ही जमानत पर रिहा कर सकती है, फिर भी वे ईंट से ईंट बजाने की धमकी किसे दे रहे है? भाजपानेता इस भाषा से अदालत को धमकाने का प्रयास कर रहे है जो सर्वथा निंदनीय है। भाजपा न संविधान पर आस्था रखती है न सामाजिक मर्यादाओं का उसे ध्यान है।