राज्य पुलिस के अफसरों का कहना है कि इस विशेष कमांडो टीम के लिए अफसरों और जवानों का चयन कर लिया गया है। इनको प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह दस्ता आइबी इनपुट के आधार पर माओवादियों के खिलाफ प्रदेशभर में कहीं भी कार्रवाई कर सकेगा। हमले के लिए इनको ‘हवाई’ मदद भी उपलब्ध होगी। वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि बरसात के बाद इन जवानों को मैदान में उतार दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह अंबिकापुर में सीआरपीएफ की बस्तरिया बटालियन के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर रायपुर पहुंचे थे।
इस बटालियन के 700 जवानों की भर्ती माओवाद प्रभावित चार जिलों सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के युवाओं से की गई है। राजनाथ सिंह ने रायपुर में माओवादी मोर्चे के संघर्ष की भी समीक्षा की। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह , केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी शामिल हुए।