scriptAIIMS में गले की बीमारी के मरीज को दिए गए नाश्ते में दिखी ऐसी चीज, फटी रह गई आंखें | Blades found in breakfast given to patient at AIIMS Raipur | Patrika News
रायपुर

AIIMS में गले की बीमारी के मरीज को दिए गए नाश्ते में दिखी ऐसी चीज, फटी रह गई आंखें

रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों को परोसे जाने वाले खाने में कभी कीड़ा निकलने तो कभी ब्लेड निकलने का मामला सामने आ रहा है।

रायपुरSep 15, 2018 / 01:53 pm

Ashish Gupta

AIIMS Raipur

ज्वेलर्स शॉप से सोना समझ कर ले गए डेमो, पुलिस ने कहा- नौसखिए थे चोर…

रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों को परोसे जाने वाले खाने में कभी कीड़ा निकलने तो कभी ब्लेड निकलने का मामला सामने आ रहा है। मरीजों की शिकायत के बाद अब अस्पताल प्रबंधन खाना परोसने वाली ठेका कंपनी पर तीन दिन के भीतर जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रहा है। जानकारी के अनुसार अब एम्स में भर्ती गले की बीमारी से पीडि़त युवती के नाश्ते में ब्लेड के टुकडे़ मिले हैं।
मरीज का नाम पायल सहारे उम्र 18 वर्ष है, जो बालाघाट निवासी है। एम्स में उनके गले का आपरेशन गत 6 सितंबर को यहां के डॉक्टरों द्वारा किया गया था। इसके बाद से वह लंबे से समय तक लिक्विड डाइट पर थी। हालत सुधरने के बाद शुक्रवार को उन्हें नाश्ते में केंटीन प्रबंधन की ओर से आलू पोहा दिया गया था।
जैसे ही पायल ने पहला चम्मच खाया, तो उनके मुंह में कोई धातु जैसा उन्हें महसूस हुआ। इसके बाद उन्होंने मुंह में लिए निवाला उगल कर देखा तो उसमें ब्लेड का टुकड़ा नजर आया। ब्लेड का टुकड़ा देखकर एक पल के लिए घबरा गई। गनीमत है उनकी सर्तकता के कारण उनके मुंह में चोंट नहीं लगी। इसकी शिकायत तत्काल उन्होंने ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों को दी। 
AIIMS

डॉक्टर को जांच के निर्देश
घटना के बाद एम्स प्रबंधन ने नाश्ते में निकले ब्लेड के टुकड़ों की फोटोग्राफी कराई और पीडि़त युवती का बयान दर्ज कराया। अब मामले की जांच एक डॉक्टर को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट बाद कंपनी को ब्लैक लिस्ट और अमानत राशि जब्त की जा सकती है। बताया जाता है कि इस घटना के बाद मेस प्रबंधन ने मरीज व परिवार वालों से माफी मांग किसी भी तरह की शिकायत नहीं करने की गुहार लगाता रहा।

घबराए अन्य मरीजों ने नहीं किया नाश्ता
घटना के बाद वार्ड समेत आसपास के लोगों में आग की तरह बात फैल गई। इसके बाद यहां भर्ती अधिकांश मरीजों ने नाश्ता और खाना नहीं खाया। मरीजों ने पत्रिका को बताया कि यहां आपरेशन हुए मरीज को भी कद्दू, दही व भाटा परोस दिया जाता है। डाइट में परहेज के प्रति लापरवही की जाती है।

एजेंसी को दिया गया था एक्सटेंशन
एम्स में मरीजों को खाना उपलब्ध कराने का काम साईं सर्विसेस को दिया गया है। कंपनी द्वारा खाने में लापरवाही की शिकायत पहले भी आ चुकी है। बीते माह खाने में कीड़ा मिलने की बात सामने आई थी। दो साल पहले कंपनी को ठेका दिया गया था। बीते साल बेतहर काम करने का हवाला देकर एक वर्ष के लिए ठेका बढ़ाया गया था। अब इस तरह की लापरवाही के बाद प्रबंधन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड भी कर सकता है।

एम्स रायपुर अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि डॉ. अजय दानी ने कहा कि जांच कमेटी बनाई गई है, जो इस घटना की बारीकी से जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट पेश करेगी। दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार पर कार्रवाई की जाएगी।

एक नजर में
– 260 मरीजों को रोज खाना
– 1500 तमीरदार रोज नाश्ता और खाना खाते हैं कैंटीन में
– 35 रुपए प्रति मरीज के हिसाब से मिलता है भुगतान
– 30 तरह के डाइट का मिलता है खाना

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो