बाद में बृजमोहन अग्रवाल यह कहते हुए रो पड़े कि जिस तरह उनकी खिल्ली उड़ाई गई वैसा अपमान उनके 29 वर्ष के राजनीतिक कॅरियर में कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा, अगर ऐसा होता रहा तो वे भी सदन की उच्च परंपराओं को कायम नहीं रख पाएंगे।
बृजमोहन अग्रवाल ने अपने अपशब्दों के लिए माफी भी मांगी। इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कांग्रेस सदस्यों की ओर से इस घटना के लिए खेद जताया। उन्होंने आश्वस्त किया विपक्ष का पूरा सम्मान होगा। हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए रोकनी पड़ी।