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रायपुर

छत्तीसगढ़ से बीएसएनएल के 611 अधिकारी-कर्मचारी नौकरी को गुड बाय कहने तैयार

वीआरएस लेने वालों में जीएम, एजीएम जैसे शीर्ष पदों में बैठे अफसरों के नाम भी शामिल

रायपुरNov 14, 2019 / 06:27 pm

Nikesh Kumar Dewangan

छत्तीसगढ़ से बीएसएनएल के 611 अधिकारी-कर्मचारी नौकरी को गुड बाय कहने तैयार

छत्तीसगढ़ से बीएसएनएल के 611 अधिकारी-कर्मचारी नौकरी को गुड बाय कहने तैयार

रायपुर. केंद्र सरकार ने अपनी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल में सेवारत ५० वर्ष से अधिक आयुवर्ग के अधिकारी-कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) लांच क्या कि आवेदन करने वालों की बाढ़ आ गई।
देशभर में जहां बुधवार, 13 नवंबर तक 77 हजार से अधिक स्टाफ वीआरएस के लिए आवेदन कर चुका है, तो छत्तीसगढ़ में यह आंकड़ा 611 जा पहुंचा है। रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा, राजनांदगांव, जगदलपुर, रायगढ़ और दुर्ग में से रायपुर में सर्वाधिक 79.4 स्टाफ योजना का लाभ लेने तैयार हैं। इसकी वजह है सेवानिवृत्ति के बाद दो किस्तों में मिलने वाली एक मुश्त राशि, पेंशन और ग्रेच्युटी। यह रकम लाखों में है। हालांकि अभी आवेदन की अंतिम तिथि
3 दिसंबर तक है। सूत्रों के मुताबिक स्थिति यह है कि जीएम, डीजीएम जैसे पदों पर बैठे अफसरों ने भी आवेदन कर दिया है। प्र्रदेश व देश में आवेदन करने वालों की संख्या में अभी और इजाफा होगा।
आंकड़ों पर एक नजर
1335 प्रदेश में कर्मचारी-अफसरों की संख्या
765 जिनकी उम्र हो चुकी है ५० से अधिक
571 वीआरएस आवेदन पर मंजूरी के बाद बचेगा इतना ही स्टॉफ
77282 देशभर में वीआरएस के लिए अब तक किए गए आवेदन
ये भी जानें
किस ग्रुप में कितने स्टाफ
ग्रुप ए- 26, ग्रुप बी- 82, ग्रुप सी- 406, ग्रुप डी- 97

क्या है वीआरएस स्कीम
सरकार ने पिछले माह बीएसएनएल, एमटीएनएल के लिये 69,000 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज की घोषणा की थी।घाटे में चल रही सरकारी दूरसंचार कंपनियों का विलय, उनकी संपत्तियों को बेचना और वीआरएस शामिल है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस फैसले से लाभ ही होगा। पेंशन का बोझ कम होगा।
कम से कम एक साल तक सेवा प्रभावित होगी
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि प्रदेश में बीएसएनएल के 1335 कर्मचारी-अधिकारी सेवारत हैं। इनमें से 765, 70 वर्ष की आयु-सीमा पार कर चुके हैं। अगर सभी का वीआरएस आवेदन स्वीकार हो जाता है तो बचेंगे सिर्फ 571 स्टॉफ ही बचेगा। कम से कम एक साल तक सेवा प्रभावित होगी, यह मानना है अफसरों का। इसमें बात बन भी सकती है, बिगड़ भी सकती है।
बीएसएनएल के दफ्तर प्राइम लोकेशन पर
प्रदेश में बीएसएनएल के सभी दफ्तर प्राइम लोकेशन पर हैं। रायपुर में ही 12 दफ्तर, एक्सचेंज ऑफिस हैं। फाफाहीड, खम्हारडीह, जयस्तंभ चौक, तेलीबांधा प्रमुख हैं। करोड़ों, अरबों की संपत्ति है। इसका भी डेटाबेस तैयार हो रहा है, क्योंकि इससे भी राजस्व बढ़ाने की बात सामने आ रही है।
एकमात्र कंपनी, जो जियो को टक्कर दे रही
बीएसएनएल टेलीकॉम यूनियन छत्तीसगढ़ परिमंडल सचिव आरएस भट्ट ने बताया कि बीएसएनएल ही एकमात्र ऐसी टेलीकॉम कंपनी है जो आज जियो को टक्कर दे रही है। अगर बीएसएनएल को ४जी स्पेक्ट्रम मिल जाता तो हरगिज आज ये स्थिति न होती। अगर सरकार सालभर पहले 10 हजार करोड़ इसमें इंवेस्ट करती तो निश्चित तौर पर 74 हजार करोड़ रुपये बच ही जाते।

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