1335 प्रदेश में कर्मचारी-अफसरों की संख्या
765 जिनकी उम्र हो चुकी है ५० से अधिक
571 वीआरएस आवेदन पर मंजूरी के बाद बचेगा इतना ही स्टॉफ
77282 देशभर में वीआरएस के लिए अब तक किए गए आवेदन
किस ग्रुप में कितने स्टाफ
ग्रुप ए- 26, ग्रुप बी- 82, ग्रुप सी- 406, ग्रुप डी- 97 क्या है वीआरएस स्कीम
सरकार ने पिछले माह बीएसएनएल, एमटीएनएल के लिये 69,000 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज की घोषणा की थी।घाटे में चल रही सरकारी दूरसंचार कंपनियों का विलय, उनकी संपत्तियों को बेचना और वीआरएस शामिल है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस फैसले से लाभ ही होगा। पेंशन का बोझ कम होगा।
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि प्रदेश में बीएसएनएल के 1335 कर्मचारी-अधिकारी सेवारत हैं। इनमें से 765, 70 वर्ष की आयु-सीमा पार कर चुके हैं। अगर सभी का वीआरएस आवेदन स्वीकार हो जाता है तो बचेंगे सिर्फ 571 स्टॉफ ही बचेगा। कम से कम एक साल तक सेवा प्रभावित होगी, यह मानना है अफसरों का। इसमें बात बन भी सकती है, बिगड़ भी सकती है।
प्रदेश में बीएसएनएल के सभी दफ्तर प्राइम लोकेशन पर हैं। रायपुर में ही 12 दफ्तर, एक्सचेंज ऑफिस हैं। फाफाहीड, खम्हारडीह, जयस्तंभ चौक, तेलीबांधा प्रमुख हैं। करोड़ों, अरबों की संपत्ति है। इसका भी डेटाबेस तैयार हो रहा है, क्योंकि इससे भी राजस्व बढ़ाने की बात सामने आ रही है।
बीएसएनएल टेलीकॉम यूनियन छत्तीसगढ़ परिमंडल सचिव आरएस भट्ट ने बताया कि बीएसएनएल ही एकमात्र ऐसी टेलीकॉम कंपनी है जो आज जियो को टक्कर दे रही है। अगर बीएसएनएल को ४जी स्पेक्ट्रम मिल जाता तो हरगिज आज ये स्थिति न होती। अगर सरकार सालभर पहले 10 हजार करोड़ इसमें इंवेस्ट करती तो निश्चित तौर पर 74 हजार करोड़ रुपये बच ही जाते।