महिला भी सक्रिय सूदखोरी के कारोबार में
कर्जदार को सूदखोर तक रास्ता दिखाने का काम राजधानी की कुछ महिलाएं कर रही है। पत्रिका के पास ऑडियो है, जिसमें महिलाओं द्वारा जरुरतमंद को ब्याज पर पैसा दिलाने का जिक्र है। महिलाओं के माध्यम से सूदखोर जिले में कर्जा बांटने का कारोबार कर रहे है। कर्जदार लाने के बदले महिलाओं को कमीशन दिया जाता है।
एसडीएम को लिखा पुलिस ने पत्र
राजधानी रायपुर में कितने लोगों को ब्याज में पैसा देने का लाइसेंस जारी हुआ है? इसकी जानकारी जुटाने के लिए पुलिस महकमें के आला अधिकारियों ने एसडीएम को पत्र लिखा है। एसडीएम से पत्र का जवाब मिलने के बाद लाइसेंस होल्डर सूदखोरो की जानकारी जुटा लेगी। लाइसेंस होल्डर सूदखोरो की जानकारी जुटाने के बाद पुलिसकर्मी बिना लाइसेंस ब्याज में पैसे देने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने की बात कह रही है।
राजधानी में 125 सूदखोर
तहसील कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर में लगभग 125 कारोबारी ने पैसा ब्याज में देने के लिए लाइसेंस लिया है। इन कारोबारियों में से 25 बड़े व्यापारी सक्रिय है, जो ब्याज पर पैसे का आदान प्रदान करते है। ब्याज में पैसे देने की आड़ में हुंडी कारोबार भी राजधानी के कारोबारियों द्वारा किया जा रहा है। हुंडी कारोबार में करोड़ों रुपए की लेन देन हो रही है। समय पर जब कर्जदार पैसा नहीं चुकाता तो उसका गिरवी रखा सामान या तो जब्त कर दिया जाता है।
जिले में कितने सूदखोर सक्रिय है? इसकी जानकारी संबंधित विभाग से जुटा रहे है। सूदखोरो के खिलाफ शिकायत आने के बाद मामलें की जांच की जाएगी। शिकायत सही पाएगी, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभिषेक माहेश्वरी, डीएसपी