ताकि प्रभावित इलाकों में नजर रखने के साथ ही स्थानीय निवासियों में सुरक्षा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलो को फोकस में रखते हुए ऑपरेशन चलाए। इस दौरान स्थानीय निवासियों और जवानों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में शामिल ऑपरेशन से जुड़े अफसरों ने बताया कि फोर्स का लगातार मूवमेंट कराया जा रहा है। इसके चलते माओवाद का दायरा लगातार सिमट रहा है।
वह कुछ इलाकों तक ही सीमित रहे गए है। बैठक में डीजी सीआरपीएफ एपी माहेश्वरी, स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा, स्पेशल डीजी सीआरपीएफ कुलदीप सिंह, आईजी सीआरपीएफ डी प्रकाश, बस्तर आईजी पी सुंदरराज के साथ ऑपरेशन से जुड़े अफसर, बस्तर के सभी एसपी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जवानों से मुलाकात
नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों और कमांडरों से वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के संबंध में जानकारी ली। साथ ही जवानों से कहा कि अब माओवादियों समेटने का वक्त आ गया है। वह सर्वाधिक प्रभावित इलाकों पर विशेष ध्यान देते हुए अभियान चलाए। पिछले कुछ समय से लगातार निर्दोष लोगों को निशाना बनाए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि हिंसा करने वालों का दायरा सिमट रहा है।
नई बटालियन पहुंची
सीआरपीएफ की 5 नई बटालियन के पहुंचने पर वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि राज्य सररकार नक्सलियों को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने राज्य पुलिस के अफसरों से संसाधनों और तैनाती के संबंध में चर्चा की। साथ ही कहा कि आने वाले दिनों में फोर्स के मूवमेंट के बाद इसका असर देखने को मिलेगा।
बता दें कि वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार, स्पेशल डीजी सहित अन्य सभी अफसर इस समय सुकमा में रूके हुए है। गुरूवार को जगदलपुर में सुबह बैठक के बाद शाम को रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी और अन्य अफसरों से चर्चा करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगे।