प्रियंका डाकघर में नौकरी करती थी। दोनों वृंदावन कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। इस दौरान रवि और उसके परिवार वाले दहेज के रूप में टीवी, सोफा व पैसों की मांग करते थे। साथ ही डाकघर की नौकरी छोडऩे के लिए भी दबाव बनाया करते थे। इससे परेशान होकर प्रियंका ने कुछ दिन पहले फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
मृतका के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच की। जांच के दौरान दहेज प्रताडऩा का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने रवि और पुरुषोत्तम सोनी के खिलाफ धारा 304बी, 34 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।