इतनी बड़ी संख्या में ज्वैलरी की जानकारी मिलने के बाद विभाग हरकत में आ गया है। जब्त ज्वैलरी की जांच के मामले में केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल जांच जारी है। कोरियर के जरिए प्राप्त इस कंसाइनमेंट में टैक्स चोरी की आशंका जताई जा रही है। अभी कोरियर कंपनी के अलावा दिल्ली, मुंबई के फर्मों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
प्रारंभिक जांच-पड़ताल में राजधानी के प्रतिष्ठित सराफा दुकानों इसकी डिलिवरी दी जानी थी। अधिकारियों का कहना है कि जब्त ज्वैलरी की जांच टैक्स चोरी को लेकर हो रही है। विभाग ने जब्त ज्वैलरी की वास्तविक कीमत नहीं बताई है। एक अनुमान के मुताबिक इसकी कीमत 10 करोड़ रूपए हो सकती है। जांच पूरी होने के पहले विभाग ने संबंधित फर्म, कोरियर कंपनी और तस्करों के नाम भी उजागर नहीं किए हैं।
ईडी और आयकर की भी नजर
जब्त ज्वैलरी पर ईडी और आयकर (Income Tax)की भी नजर है। केंद्रीय जीएसटी की जांच के बाद ईडी भी इस मामले में जांच कर सकती है, वहीं सूत्रों के मुताबिक आयकर के मामले में संबंधित फर्मों के रिटर्न और आवक की जांच हो सकती है। इतनी बड़ी संख्या में ज्वैलरी के जब्त होने के बाद सराफा बाजार के साथ विभाग भी सकते में हैं।