इन वजहों से लिया फैसला
लगातार तीन सालों से सूखा झेल रहे किसान सरकार ने निराश हो रहे थे। उन्हें लग रहा था कि 300 रुपए प्रति क्विंटल बोनस का वादा करके भाजपा ने उनसे केवल वोट लिए हैं। यह बात कई बार वरिष्ठ नेताओं के सामने किसानों ने कही भी थी। पार्टी कार्यकर्ता इस आक्रोश को रोज झेल रहे थे। भाजपा की भुवनेश्वर में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने इस आक्रोश को दूर करने के लिए बोनस देने की मांग उठाई। एक बार सरकार की ओर से केंद्र को आधिकारिक पत्र भी गया। दो दिन पहले एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सामने बोनस और समर्थन मूल्य देने के नारे लगे। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने इसपर चर्चा की। दोनों ने बोनस देने का प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
लगातार तीन सालों से सूखा झेल रहे किसान सरकार ने निराश हो रहे थे। उन्हें लग रहा था कि 300 रुपए प्रति क्विंटल बोनस का वादा करके भाजपा ने उनसे केवल वोट लिए हैं। यह बात कई बार वरिष्ठ नेताओं के सामने किसानों ने कही भी थी। पार्टी कार्यकर्ता इस आक्रोश को रोज झेल रहे थे। भाजपा की भुवनेश्वर में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने इस आक्रोश को दूर करने के लिए बोनस देने की मांग उठाई। एक बार सरकार की ओर से केंद्र को आधिकारिक पत्र भी गया। दो दिन पहले एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सामने बोनस और समर्थन मूल्य देने के नारे लगे। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने इसपर चर्चा की। दोनों ने बोनस देने का प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।