डीकेएस अस्पताल में मरीजों की स्क्रीनिंग और हिस्ट्री लेने के बाद ही ओपीडी में भेजा जाता है। ऑपरेशन से पहले मरीजों का सैंपल टेस्ट कराया जाता है। गेट पर स्क्रीनिंग के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं। सेनिटाइजर मशीन भी लगाई गई है। अस्पताल प्रबध्ंान का कहना है कि स्क्रीनिंग के दौरान यदि कोई संदिग्ध मरीज मिलता है तो उसके लिए १० बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।