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रायपुर

फेल होने की गुंजाइश कम होने से तनावमुक्त महसूस कर रहे परीक्षार्थी व पालक

किसी भी विषय में पास होने के लिए चाहिए 25 नंबर, असाइनमेंट से मिलेंगे 23 नंबर

रायपुरFeb 25, 2021 / 04:36 pm

Gulal Verma

फेल होने की गुंजाइश कम होने से तनावमुक्त महसूस कर रहे परीक्षार्थी व पालक

फेल होने की गुंजाइश कम होने से तनावमुक्त महसूस कर रहे परीक्षार्थी व पालक

बलौदा बाजार। कुछ वर्ष पूर्व तक दसवीं तथा बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान परीक्षार्थियों के साथ ही साथ पूरा घर तनाव में रहता था। क्योंकि, बोर्ड परीक्षाओं का प्रेशर ही कुछ अधिक होता था। परंतु बीते वर्ष कोरोना संक्रमण की वजह से छत्तीसगढ़ शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षाएं भी बाधित रही हैं। वहीं, इस वर्ष भी दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के सामने फेल होने की गुंजाइश काफी कम बची है। छग शिक्षा मण्डल की नई नीतियों से इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में असाइनमेंट के नंबरों को भी जोड़ा जा रहा है। जिसकी वजह से परीक्षार्थियों के लिए पास होने के लिए अब असाइनमेंट के नंबरों के साथ नाममात्र के नंबर पाना काफी आसान हो गया है।
विदित हो कि इस वर्ष हाईस्कूल सर्टिफिकेट दसवीं कक्षा की मुख्य परीक्षाएं 15 अप्रैल से 1 मई तक तथा हायर सेकंडरी स्कूल सर्टिफिकेट बारहवीं कक्षा की मुख्य परीक्षाएं 3 मई से 24 मई तक आयोजित की जा रही हैं। जिले में इस वर्ष दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं में कुल 22960 परीक्षार्थी तथा बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में 15312 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। कोरोना संक्रमण की वजह से बीते वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षाएं काफी प्रभावित रही हैं, परंतु इस वर्ष भी परीक्षार्थियों को केवल पास भर होने के लिए अधिक पसीना बहाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने विद्यार्थियों के पक्ष में शुरू से ही लगातार अच्छा फैसला लिया है।
अब छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने फैसला लिया है कि विद्यार्थियों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए किसी भी विषय में पास होने के लिए दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को विषय में पास होने के लिए 25 नंबर की आवश्यकता होगी। अच्छी बात यह भी है कि इन 25 में से 23 नंबर तो असाइनमेंट से ही मिलेंगे। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के इस निर्णय से इस बार दसवीं और बारहवीं में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं के फेल होने की उम्मीद भी काफी कम हो गई है। असाइनमेंट के सवालों के जवाब छात्र-छात्राओं को घर से ही लिखकर जमा करना है। इसलिए इस बार पास होना विद्यार्थियों के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। दसवीं-बारहवीं सीजी बोर्ड परीक्षाओं में संभवत: पहली बार असाइनमेंट का फार्मूला लागू किया गया है, इसका फयदा विद्यार्थियों को मिलेगा।
इस प्रकार मूल्यांकन होगा
सूत्रों के अनुसार कोरोना से शिक्षा सत्र के प्रभावित होने की वजह से इस वर्ष असाइनमेंट को शामिल किया गया है। इसका मू्ल्यांकन इस प्रकार समझा जा सकता है। मसलन दसवीं में थ्योरी का पेपर 75 नंबर का है। इसमें पास होने के लिए 33 प्रतिशत यानी 25 नंबर जरूरी है। पिछले साल तक पास होने के लिए जरूरी 25 नंबर थ्योरी के पेपर यानी लिखित परीक्षा के आधार पर भी परीक्षार्थी को जुटाने पड़ते थे, लेकिन इस बार नए फार्मूले से रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इसके तहत लिखित परीक्षा भले ही 75 नंबर के लिए हो लेकिन इसका वेटेज 52 नंबर का रहेगा। इसके आधार पर मूल्यांकन होगा। जबकि 23 नंबर इस बार असाइनमेंट के लिए निर्धारित किए गए हैं। लिखित परीक्षा के नंबर और असाइनमेंट में मिले नंबर को जोडक़र रिजल्ट तैयार किए जाएंगे। असाइनमेंट विद्यार्थियों ने घर से लिखकर जमा किया है, इसलिए इसमें ज्यादा नंबर मिलने की संभावना है। उदाहरण के तौर पर किसी छात्र को यदि 23 नंबर के असाइनमेंट में ही 18 से 20 नंबर तक मिल जाते हैं तो फिर पास होने के लिए थ्योरी में 5 से 7 नंबर और लाने होंगे। इसे पाना विद्यार्थियों के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। इस तरह से असाइनमेंट के फार्मूले से इस वर्ष दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षाओं में पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी तथा बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षाफल सुधरने की भी पूरी उम्मीद है।
लिखित आदेश है
सचिव छग माध्यमिक शिक्षा मण्डल के द्वारा 5 फरवरी को लिखित आदेश जारी किया गया है। जिसमें स्पष्ट है कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर छात्रहित में 4 असाइनमेंट को जमा करने की बाध्यता को शिथिल करते हुए 3 असाइनमेंट यानी 50 प्रतिशत की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है। प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा प्रत्येक विषय के छह में से कम से कम तीन असाइनमेंट जमा करना अनिवार्य होगा। मुख्य परीक्षा में सैद्धांतिक अंकों के 70 प्रतिशत अंक लिखित यानी बाह्य परीक्षा तथा सैद्धांतिक अंकों के 30 प्रतिशत अंक असाइनमेंट यानी आंतरिक परीक्षा के आधार पर मान्य होंगे। परीक्षार्थी को लिखित परीक्षा व असाइनमेंट परीक्षा के अंकों को जोडक़र सैद्धांतिक विषय में उत्तीर्ण की पात्रता होगी।

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