CG PSC Mains के नए पैटर्न जारी, पढ़ें क्या हुए नए बदलाव
रायपुर । छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा मुख्य परीक्षा के बदले पैटर्न से राज्य सेवा परीक्षा 2018 में पहली बार परीक्षा ली जाएगी। राज्य सेवा परीक्षा 2018 में विभिन्न 17 विभागों में रिक्त 273 पदों पर मुख्य परीक्षा 21 से 24 जून तक आयोजित की जाएगी। इस बार भी 2008 के पैटर्न की तरह 7 प्रश्न-पत्र ही लिए जाएंगे, जबकि इनमें कई पेपरों में बदलाव किया गया है।
इसमें कुछ विषयों को हटाते हुए अन्य विषयों को प्रश्न-पत्र में शामिल किया गया है। वहीं, गणित विषय से भिन्न बैठने वाले परीक्षार्थियों को बदले हुए पैटर्न से राहत मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। पूर्व में गणित का एक अलग पर्चा आयोजित किया जाता था, जबकि नए पैटर्न में गणित और विज्ञान को मर्ज कर दिया गया है, साथ ही दोनों की पाठ्यवस्तु में कटौती भी की गई है। वहीं, सातवां प्रश्न-पत्र पूर्णत: नया कर दिया गया है। जिसमें समसामयिक घटनाक्रम एवं राज्य की योजनाओं को स्थान दिया गया है। इससे पूर्व बुधवार को राज्य सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। जिसमें 4128 परीक्षार्थियों का चयन किया गया है। वे परीक्षार्थी पहली बार बदले हुए पैटर्न पर परीक्षा देंगे।
नई पद्धति से अब गणित के अलग पर्चे को लेकर परेशान छात्रों को नए पैटर्न से थोड़ी राहत मिलेगी, अब चौथे प्रश्न-पत्र में गणित के साथ सामान्य विज्ञान, एप्लाइड एवं व्यवहारिक विज्ञान को शामिल कर दिया गया है। जिससे गणित विषय के इतर बैठने वाले परीक्षार्थियों को थोड़ी सहूलियत मिलेगी। वहीं, सातवें प्रश्न-पत्र को पूर्णत: बदल दिया गया है, जिसमें कल्याणकारी विकासात्मक कार्यक्रम एवं कानून, खेल एवं संगठन, अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थाएं एवं मानव विकास में योगदान विषय पर आधारित सवाल पूछे जाएंगे, जो कि पहले नहीं था।
वहीं, पहले प्रश्न-पत्र से संस्कृत को हटा दिया गया है और हिंदी, अंग्रेजी और छत्तीसगढ़ी भाषा को यथावथ रखा गया है। इसी के साथ ही तीसरे प्रश्न-पत्र में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। वहीं, दर्शनशास्त्र जो कि पहले सातवां प्रश्न-पत्र था उसे अब छठवां कर दिया गया है। 750 शब्द के चार निबंध नई पद्धति में दूसरे प्रश्न-पत्र में भी बदलाव किया गया है। जिसमें इससे पहले 1500-1500 शब्द के दो निबंध लिखने होते थे। वहीं, अब 750 शब्द के चार निबंध लिखने होंगे।
इसी के साथ पांचवे प्रश्न-पत्र में भारत एवं छग की अर्थव्यवस्था और छग के भूगोल के साथ भारत के भूगोल को भी जोड़ दिया गया है, जबकि इससे पहले की पद्धति में भारत को भूगोल शामिल नहीं था। आयोग की सचिव पुष्पा साहू ने बताया कि नए पैटर्न का प्रकाशन राज्य के गजट पत्र में कर दिया गया है, जबकि शुक्रवार को इसे वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया जाएगा।