उन्होंने मुख्यमंत्री को लेकर नेताओं के बीच किसी भी रेस से साफ इनकार किया। एयरपोर्ट पर भूपेश के स्वागत के लिए समर्थकों की भारी भीड़ थी। भूपेश एयरपोर्ट से सीधे राजीव भवन पहुंचे। वहीं टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत एकसाथ दिल्ली से रायपुर के लिए रवाना हुए। थोड़ी देर में ये दोनों नेता भी राजीव भवन पहुंच जाएंगे। खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री की रेस में भूपेश बघेल सबसे आगे हैं।
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने दिल्ली में ऐलान किया है कि अब विधायक दल की बैठक रविवार दोपहर में 12 बजे होगी और ठीक उसी वक्त बताया जाएगा मुख्यमंत्री कौन होगा। इधर, रायपुर में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नेताओं के घर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। समर्थक अपने-अपने नेताओं के घरों के बाहर जमे हुए हैं।
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के दावेदार ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल और डॉ. चरणदास महंत के बीच जब पहले दौर की बातचीत के बाद फैसला नहीं हो पाया तो शनिवार सुबह 11 बजे उन्हें फिर से बुलाया गया। करीब दो घंटे चली दूसरे दौर की बैठक भी बिना किसी निर्णय के खत्म हो गई।
इसके पहले की नेता बुक किए गए चार्टर्ड प्लेन से वापस लौटते, तीसरी बार दोपहर 3 बजे एकबार फिर उन्हें राहुल गांधी के आवास पर आने को कहा गया। पार्टी सूत्रों की माने तो लगातार होते जा रहे इस विलम्ब की वजह यह थी कि छत्तीसगढ़ में सीएम पद का कोई भी दावेदार उप मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार नहीं था।
इस बीच बात बनती न देख राहुल को सोनिया गांधी को वस्तुस्थिति बतानी पड़ी। करीब 4 बजे सोनिया गांधी राहुल गांधी के आवास पर पहुंची। उनकी उपस्थिति में नेताओं से बात की गई। शाम 5 बजे बैठक अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि ताम्रध्वज सबसे पहले उठकर बाहर चले आए। इस बात की चर्चा जोरों से शुरू हुई कि ताम्रध्वज नाराज हैं।
हालांकि बाद में बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि ताम्रध्वज साहू की रेगुलर फ्लाइट थी, इसलिए वो सबसे पहले चले गए। बैठक खत्म होने के बाद शाम 8.30 बजे सीएम पद के तीनों दावेदार ताम्रध्वज साहू को मनाने उनके दिल्ली स्थित निवास पर पहुंचे। इसके पहले सिंहदेव और भूपेश ने महंत के घर पर एक बैठक की।